Mp-Police-Brutality On Tribal Youth In Police Custody, Chilli Powder Put In Private Parts
mp-police-Brutality on tribal youth in police custody, chilli powder put in private parts

MP Police : मध्य प्रदेश के छतरपुर ज़िले में पुलिस (MP Police) के दुराचार का एक मामला सामने आया है। नौगांव थाना पुलिस पर आरोप है कि चोरी के शक में पहले तो चार आदिवासी युवकों की पिटाई की गई और फिर उनकी खाल उतार ली गई। इसके बाद भी जब पीड़ितों ने जुर्म कबूल नहीं किया, तो उन्हें उल्टा करके उनके गुप्तांगों में मिर्च पाउडर डालकर प्रताड़ित किया गया। खाकी की बर्बरता के शिकार जब पुलिस के चंगुल से छूटे, तो उन्होंने खाकी की घिनौनी करतूत का पर्दाफ़ाश किया।

पुलिस ने आदिवासियों की पिटाई कर गुप्तांग में डाली मिर्ची

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शनिवार देर रात छतरपुर के एसपी कार्यालय के बाहर लोगों ने न्याय की गुहार लगाई। पीड़ितों की मानें तो पुलिस (MP Police) ने उन पर चोरी के झूठे मामले में फंसाने का दबाव बनाया। लेकिन जब इन युवकों ने जुर्म कबूल नहीं किया तो उनकी पिटाई कर दी गई। इतना ही नहीं, पुलिस पर गुप्तांगों में मिर्च पाउडर डालने का भी आरोप है।

जानिए क्या है मामला?

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पीड़ितों ने बताया कि हम सभी कंजड़पुर धरमपुरा के निवासी हैं और झाड़ू बनाकर बेचते है। 15 जुलाई की शाम वे नौगांव डिसलरी रोड स्थित एक नए मकान के उद्घाटन कार्यक्रम में गए थे। यहां से लौटते समय वे सड़क किनारे पेशाब कर रहे थे।
तभी डायल-100 पुलिस (MP Police) की गाड़ी आई और बिना किसी कारण के 5 लोगों को थाने ले गई। इनमें से एक युवक को दिव्यांग होने के कारण छोड़ दिया गया।

पीड़ितों ने दिया एसपी ऑफिस के बाहर धरना

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पीड़ितों का आरोप है कि नौगांव थाना पुलिस ने उन पर चोरी का झूठा आरोप लगाकर लगातार 4 दिनों तक थाने में बंद रखा। इस दौरान उन्हें बेल्ट और पट्टियों से जानवरों की तरह बेरहमी से पीटा गया। इसके अलावा उनके गुप्तांगों में लाल मिर्च पाउडर ठूँसकर उन्हें प्रताड़ित किया गया।
इसके चलते पीड़ितों ने एसपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया है। वहीं प्रदर्शन कर रहे लोग नौगांव टीआई समेत सभी पुलिसकर्मियों (MP Police) को निलंबित करने की मांग कर रहे है। जब तक उन्हें निलंबित नहीं किया जाता, तब तक धरना खत्म नहीं होगा।

एसपी ने दिए पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश

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मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी अगम जैन और डीआईजी ललित शाक्यवार ने मामले की जांच के आदेश दिए है। वहीं, भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष आकाश ने इसे दलित और आदिवासी उत्पीड़न बताया है और नौगांव थाना प्रभारी और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
नौगांव एसडीओपी अमित मेश्राम ने कहा, “यह पता चला है कि कुछ लोगों को चोरी के संदेह में उठाया गया था और कुछ पुलिसकर्मियों (MP Police) द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया था, जिसकी जांच की जाएगी।”

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मेरा नाम यश शर्मा है। मूलतः मैं राजस्थान के झालावाड़ जिले के भवानीमंडी क़स्बे...