Mukesh-Ambani-Give-Tension-To-Tata-Company

Mukesh Ambani : मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) कि रिलायंस इंडस्ट्रीज में फूड कंपनी आरसीपीएल के कैम्पा कोला के पोर्टफोलियो को मुकेश अंबानी अब यूनेस्को के बाज़ार में बेच रहे हैं. रिलायंस के इस कदम से कोकाकोला, पेप्सिको और टाटा जैसी जायंट सॉफ्ट ड्रिक्स कंपनी को मार्केट में तगड़ी टक्कर मिलने वाली है. मौजूदा रिलायंस में अपना सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड कैम्पा कोला के ऑरेंज, काला और लेमन फ्लेवर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बिक रहा है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने एफएमसीजी (एफएमसीजी) व्यवसाय को लाभ देना चाहती है. इसके लिए मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) कि रिलांयस इंडस्ट्रीज ने शीतल पेय ब्रांड कैंपा कोला का अधिग्रहण किया है.

Mukesh Ambani ने उड़ाई टाटा कंपनी की नींद

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अब मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) अपना प्रोडक्ट बाजार में उतारेगी. इससे कोला बाजार में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. रिपोर्ट के मुताबिक, मुकेश अंबानी की कंपनी ने सस्ते दाम और प्रॉडक्ट को बड़े पैमाने पर लॉन्च करने की रणनीति अपनाई है. साथ ही, रिलाएंस अपने मजबूत नेटवर्क का इस्तेमाल बाजार में बड़े बदलाव लाने की कोशिश कर रही है. कैम्पा कोला की फर्मिंग स्ट्रेटेजी ने पूरी इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है. जिससे टाटा सोसाइटी भी अपनी रणनीति पर विचार कर रही हैं.

कोल्ड ड्रिंक सेक्टर में मुकेश ने खेला दांव

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मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) कि कैम्पा कोला अपने 10 रुपये के पैक पर रिटेलर्स को अधिक महत्व दे रही है. इससे एसोसिएट कंपनी को भी अपने प्लानिंग मॉडल में बदलाव करने की जरूरत महसूस हो रही है. रिलांयस की यह रणनीति सिर्फ यही तक सीमित नहीं है, बल्कि छोटे विक्रेताओं के साथ सामंजस्य पर आधारित है.

कंपनी छोटे विक्रेताओं और किराना स्टोर्स बड़े पैमाने पर ब्रिकी दे रही है, जिससे उसे स्ट्रैटेजी सेक्टर में बेहतर स्ट्रेंथ स्पेस मिल रहा है. इस कदम से रिलांयस अपने हितों को स्ट्रैटेजी कंपनियों के साथ बाजार में अपनी पहुंच बढ़ा रही है.

छोटे विक्रेताओं को लुभाने के लिए कर रहे काम

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वहीं टीसीपीएल, जो टाटा समूह की कंपनी है, के पेय पदार्थ व्यवसाय से राजस्व में गिरावट आई है. सितंबर तिमाही में कंपनी का राजस्व 11 प्रतिशत घटकर 154 करोड़ रुपये रहा. डिसूजा ने कहा कि यह बिक्री मूल्य में गिरावट का कारण बनी है. जिससे कंपनी को अपने पार्टनर कम करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. टीसीपीएल ने पहले अपने स्वाद ग्लूकोज आधारित पेय ग्लूको प्लस को बहुराष्ट्रीय कंपनी की तुलना में लगभग 20 प्रतिशत और अन्य प्रतिस्पर्धियों की तुलना में 30 प्रतिशत प्रीमियम पर बेच रही थी.

रिलायंस ने टाटा को दी कड़ी टक्कर

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हालाँकि, बाज़ार में कैम्पा कोला के प्रवेश और इसके आक्रामक मूल्य वाले शोरूम ने टीसीपीएल को अपनी रणनीति पर बढ़त बनाने के लिए प्रेरित किया. टाटा के फूड इंडस्ट्री के मेनेजर डिसूजा ने कहा कि कंपनी अपना बाजार खोना नहीं चाहती है, इसलिए ग्लूकोस की खुराक में कटौती की गई. भारत का 4.6 विदेशी डॉलर का सॉफ्ट मार्केट ड्रिंक लंबे समय से कोका-कोला और पेप्सिको के व्यवसाय में रहा है. लेकिन मुकेश (Mukesh Ambani) ने शुरुआती हलचल पैदा कर दी है. यह बाजार 2027 तक प्रति वर्ष 5% की दर से बढ़ने की उम्मीद है.

कैम्पा कोला बढ़ा रहा अपना मार्केट

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और रिलायंस (Mukesh Ambani) की वित्तीय ताकत इस वृद्धि का हिस्सा बड़ा हासिल करने की तैयारी कर रही है. भारतीय पेय बाजार में यह कंपनी ना केवल स्टॉक में बदलाव ला रही है बल्कि कंपनी को अपना वितरण और विपणन भी कंपनी पर भी करने के लिए मजबूर कर रही है. रिलाएंस के कंपा कोला ने अपनी आक्रामक रणनीति से बाजार में हलचल मचाई है और बाकी प्रमुख कंपनियां इस कंपनी का सामना कैसे करें, यह देखना बाकी है.

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