Tripti Mool: UPSC का एग्जाम देश में सबसे कठिन एग्जाम माना जाता है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले की रहने वाली तृप्ति मूल (Tripti Mool) की सक्सेस स्टोरी काफी प्रेरणादायक है। वह स्कूल के दिनों से ही एक आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखती थीं और ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने 5 बार यूपीएससी की परीक्षा दी, जिसमें से 4 प्रयासों में तो वह फेल ही हो गईं, लेकिन उन्होंने हार नही मानी और पांचवें प्रयास में परीक्षा पास कर ली।
दरअसल, तृप्ति ने भारत की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी निकालने और एक आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखा था, लेकिन हर बार वो फेल हो जा रही थीं, पर उन्होंने हार नहीं मानी और आखिरकार आईएएस ऑफिसर बन ही गईं।
उत्तर प्रदेश के गोंडा की रहने वाली है तृप्ति मूल
तृप्ति मूल (Tripti Mool) रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले की रहने वाली हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई गोंडा के फातिमा स्कूल से हुई है। वह स्कूल से दिनों से ही आईएएस अधिकारी बनने का सपना देख रही थीं। यूपीएससी के अलावा और कोई दूसरा विकल्प उन्हें सूझ ही नहीं रहा था। ऐसे में 12वीं पास करने के बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए सीधे दिल्ली चली आईं। साल 2017 में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के कमला नेहरू कॉलेज से बैचलर ऑफ कॉमर्स ऑनर्स की डिग्री हासिल की और फिर फुल मूड में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गईं।
1 या दो बार नहीं बल्कि चार बार हुई फेल
यूपीएससी की तैयारी के दौरान तृप्ति मूल (Tripti Mool) के सामने कई चुनौतियां आईं और वो परीक्षा में एक-दो बार नहीं बल्कि चार बार फेल हुईं। अपने पहले तीन प्रयासों में तो वह प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाईं। इससे उनका आत्मविश्वास जरूर डगमगा गया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, उम्मीद नहीं खोई और अपने 5वें प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ही ली। उन्होंने ऑल इंडिया 199वीं रैंक के साथ यूपीएससी सीएसई 2023 में सफल हुईं और अपने परिवार और रिश्तेदारों को दिखा दिया कि अगर सच्चे मन से मेहनत की जाए तो देर होती है, मगर एक न एक दिन सफलता मिलती जरूर है।
तृप्ति को यूपीएससी की मुख्य परीक्षा में कुल 976 अंक मिले थे, जिसमें लिखित परीक्षा में 796 अंक और पर्सनैलिटी टेस्ट यानी इंटरव्यू में 180 अंक मिले थे। तृप्ति का ऑप्शनल सब्जेक्ट यानी वैकल्पिक विषय एंथ्रोपोलॉजी यानी मानवशास्त्र था, जिसमें पहले पेपर में उन्हें 130 मार्क्स और दूसरे पेपर में 148 मार्क्स मिले थे। वहीं, निबंध में उन्हें कुल 117 मार्क्स मिले थे।
UPSC एस्पिरेंट्स को दी सलाह
एक इंटरव्यू में तृप्ति मूल (Tripti Mool) ने कहा था कि ‘जब जीवन में अच्छे दिन आते हैं, तब हमें समझ आता है कि भगवान ने हमें इतनी तकलीफ क्यों दी’। अब वह सभी यूपीएससी उम्मीदवारों को शांत दिमाग से तैयारी करने और आत्मविश्वास बनाए रखने की सलाह देती हैं और कहती हैं कि सफलता एक न एक दिन जरूर मिलेगी।
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