Pakistani Army : भारत-पाक तनाव के बीच पाकिस्तानी सेना का ऐसा बयान सामने आया है जो काफी चौंकाने वाला है। पाकिस्तानी सेना ने यह कबूलनामा सबके सामने किया है। दरअसल पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) ने एक बार फिर अपना सिद्धांत दोहराया है। पाकिस्तानी सेना ने कहा, ‘जिहाद हमारी नीति है और हमारा जनरल भी जिहादी है।’
Pakistani Army ने जिहाद को लेकर दिया बयान
पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) ने कहा है कि जिहाद उनकी ट्रेनिंग का हिस्सा है। पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी ने यह बात कही है। भारत के साथ तनाव को लेकर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चौधरी ने जिहाद को पाकिस्तानी सेना से जोड़ा है।
भारत के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन के नाम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने पाकिस्तानी सेना के इस्लाम से जुड़े होने पर जोर दिया। चौधरी ने कहा कि यह पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) प्रमुख की इस्लामिक विचारधारा का भी असर है। इसे पाकिस्तानी सेना पर कट्टरपंथ को बढ़ावा देने के आरोपों के कबूलनामे के तौर पर देखा जा रहा है।
प्रेस कांफ्रेंस में इस्लाम को बनाया ढाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अहमद शरीफ चौधरी से पूछा गया कि भारत के हमले के बाद पाकिस्तान ने जो कार्रवाई की है। उसमें इस्लामिक शब्दावली का खूब इस्तेमाल किया गया है। इसमें भारत के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन का नाम ‘बुनयान उल मरसूस’ रखना और सुबह मिसाइल हमले करना शामिल है।
इस पर शरीफ ने कहा कि इसका कारण निश्चित रूप से इस्लामी है। चौधरी ने कहा, ‘पाकिस्तान की वायुसेना और सेना के प्रशिक्षण में इस्लामी मूल्य शामिल हैं। ईमान, तकवा और जिहाद को पाक सेना (Pakistani Army) का आधार कहा जा सकता है।’
अहमद के बयानों के बाद राजनीति हलचल तेज
‘Pakistani Army is an Islamic army, & Jihad (war against non-Muslims) is our motto & drives us.’
– DG ISPR, Pakistan
Ever heard of any Indian Armed Forces official speaking to Muslims like that? But, as per liberals, extremists exist on both sides.pic.twitter.com/6Czve2qWhB
— Pakistan Untold (@pakistan_untold) May 12, 2025
पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) के अहमद ने आगे कहा कि, ‘हमारे सेना प्रमुख असीम मुनीर भी इस्लाम को मानने वाले हैं। इसका असर भी दिख रहा है। ऐसे में ‘बुनयान उल मरसूस’ नाम से पता चलता है कि अल्लाह की राह में लड़ने वाले लोग स्टील की दीवार की तरह हैं।’
पाकिस्तानी सेना के इस बयान ने न सिर्फ राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। बल्कि यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए भी चिंता का विषय बन गया है। सेना ने अपने सिद्धांत को दोहराते हुए साफ कर दिया है कि जिहाद उनके लिए अहम रणनीति है।
भारत-पाकिस्तान में तनाव बढ़ना संभव
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर असर इस तरह के बयानों से भारत और पाकिस्तान के संबंधों में तनाव और बढ़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के बयानों से न सिर्फ द्विपक्षीय वार्ता में बाधा आएगी, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा।
पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) का यह बयान एक बार फिर इस बात की पुष्टि करता है कि दोनों देशों के बीच हालात कितने संवेदनशील हैं। ऐसे बयानों के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें इस क्षेत्र पर टिकी हैं और सभी को उम्मीद है कि हालात जल्द ही सामान्य हो जाएंगे।
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