Pari Bishnoi

Pari Bishnoi : इन दिनों पूरे देश और दुनिया में लॉरेंस बिश्नोई का खौफ छाया हुआ है। उसके आतंक से दुनिया में बहुत चर्चा है। इसके साथ ही उसने आतंक कि दुनिया में नाम बनाया है। लेकिन उसके परिवार में कोई है जो जनता की सेवा में भी लगा हुआ है और ये कोई और नहीं बल्कि उसकी बहन है जो आईएएस बन लोगों की सेवा में लगी हुई है। आज हम उन्हीं के बारे में बताने जा रहे है। उसकी बहन परी विश्नोई (Pari Bishnoi) आईएएस बनकर लोगों की सेवा में लगी हुई है।

क्या लॉरेंस और परी बिश्नोई में है संबंध?

Pari Bishnoi

जहां लॉरेंस बिश्नोई आतंक कि दुनिया में नाम बना रहा है तो वहीं परी बिश्नोई (Pari Bishnoi) सेवा के क्षेत्र में अच्छा काम कर रही है। उनके काम के चर्चे भी पूरे देश में है। परी बिश्नोई और लॉरेंस बिश्नोई के संबंध की बात करें तो ऐसा दोनों के बीच कोई खून का रिश्ता नहीं है। लेकिन वह भी बिश्नोई समाज से आने के चलते लोग लॉरेंस और परी को भाई-बहन बताते हैं।

लेकिन आज हम लोगों के संशय को दूर कर देते हैं। और बताते हैं कि दोनों में कोई पारिवारिक या खून का संबंध नहीं है। परी (Pari Bishnoi) बस बिश्नोई समाज से है और इस समाज की पहली आईएएस ऑफिसर है।

कौन है आईएएस अधिकारी परी?

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परी बिश्नोई (Pari Bishnoi) का जन्म बीकानेर में हुआ है। और वह राजस्थान कि रहने वाली है। उनके पिता पेशे से वकील है। उनकी मां सुशीला बिश्नोई अजमेर में जीआरपी स्टेशन अधिकारी हैं। दोनों ने परी को बचपन से ही आगे बढ़ते रहने और अपने दिल का काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। परी के पति भव्य बिश्नोई हरियाणा राज्य के एक लोकप्रिय युवा नेता हैं।

दमदार मेहनत कर UPSC में पाई 30वीं रैंक

Pari Bishnoi

ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने (Pari Bishnoi) NET JRF परीक्षा पास कर ली थी। लेकिन उन्हें सिविल सेवा में अपना करियर बनाना था और इसीलिए वो देश की सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी करती रहीं। आखिरकार साल 2019 में यूपीएससी परीक्षा के तीसरे प्रयास में वो 30वीं रैंक के साथ आईएएस बनीं. उन्हें सिक्किम कैडर आवंटित किया गया था। फिर शादी के बाद उन्होंने (Pari Bishnoi) हरियाणा कैडर में ट्रांसफर मांगा था।

सोशल मीडिया पर छाई रहती है परी

Pari Bishnoi

आज सोशल मीडिया पर परी बिश्नोई (Pari Bishnoi) के काफी फैन्स है।  लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी। वह मोबाइल का इस्तेमाल भी नहीं करती थीं। आईएएस परी बिश्नोई ने एक इंटरव्यू में बताया था कि यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए उन्होंने साध्वी जैसा जीवन जीना शुरू कर दिया था। अपनी मेहनत के दम पर परी (Pari Bishnoi) महज 23 साल की उम्र में आईएएस अफसर बन गईं।

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