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Pawan Kalyan : इस समय दुनियाभर में विख्यात तिरुपति बालाजी मंदिर अपने विवाद के चलते सुर्खियों में आ गया हैं. वजह है वहां के प्रसाद को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा हैं. वहा का प्रसादम चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां मिलने वाले प्रसादम में पशु चर्बी मिलाने का मामला सामने आया था. और इसका खुलासा खुद आंध्रप्रदेश के सीएम नायडू ने किया था. जिसके बाद से विवाद गर्माया हुआ हैं.

आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद वाले सामन में जानवरों कि चर्बी के इस्तेमाल वाली रिपोर्ट के उजागर होने के बाद इसका मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब इसमें पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी हैं.

Pawan Kalyan भगवान के साथ खेल से हुए दुखी

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आंध्र प्रदेश में स्थित विश्व प्रसिद्ध बालाजी मंदिर में लोधी प्रसाद में कथित पशु चर्बी के इस्तेमाल से भक्त काफी आहत हुए हैं. अब इस मामले में राज्य के उपमुख्यमंत्री और अभिनेता पवन कल्याण (Pawan Kalyan) भी काफी दु:खी हुए हैं. अब उन्होंने प्रायश्चित करने का निर्णय लिया है. ऐसे में उन्होंने श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में आज से प्रायश्चित करने का निर्णय लिया है. इस दौरान वह 11 दिनों उपवास पर रहने वाले हैं. खुद उन्होंने सोशल मीडिया पर इस बात कि पुष्टि कि हैं और देशभर ककी जनता को इस बारे में अवगत कराया हैं.

उपमुख्यमंत्री पवन ने लिया बड़ा एक्शन

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जनसेना पार्टी के नेता पवन (Pawan Kalyan) ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उनके लिए यह बात काफी दुःख पहुंचा रही है कि उन्हें इस कथित पशु चर्बी के बारे में पहले पता नहीं चला. आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध अभिनेता और प्रसिद्ध अभिनेता पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने तिरुपति के बालाजी मंदिर के प्रसाद लोधी में जानवर की चर्बी के प्रयोग की खबरों पर प्रायश्चित करने का निर्णय लिया. उन्होंने रविवार से 11 दिन का उपवास शुरू करने कि घोषणा कि है. आज सुबह पवन (Pawan Kalyan) गुंटूर जिले के नंबूर में श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में स्थित दीपोत्सव में 11 दिन तक वहां उपवास करेंगे. उन्होंने पोस्ट कर भगवान से क्षमा भी मांगी हैं.

पवन करेंगे 11 दिन का उपवास

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उन्होंने (Pawan Kalyan) लिखा कि, ‘क्षमा करें प्रभु! प्रसाद, जिसे अत्यंत पवित्र माना जाता है. हमारी संस्कृति, आस्था, विश्वास और श्रद्धा की धर्मधुरी, श्री भगवान बालाजी धाम के प्रसाद में, कुत्सित साधना के अंतर्गत, जो अपवित्रता का संचार करने की कोशिश की गई है.’ पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने आगे लिखा कि, ‘इसके लिए मैं व्यक्तिगत स्तर पर अत्यंत मर्माहत हूं, और सच कहूं तो, अंदर से बेहद छला गया महसूस हो रहा है. प्रभु वेंकटेश्वर से मेरी प्रार्थना है कि इस दुःख के क्षण में हमें, और सभी सनातनियों को, अपनी अहैतु की कृपा से, सबलता प्रदान करें. मैं अभी इसी क्षण भगवान से क्षमा प्रार्थी हो, प्रायश्चित दीक्षा चाहता हूँ. प्राण सिद्ध कर रहा हूँ. और धर्म संकल्पित हो रहा हूँ.’

सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जाहिर की भावनाएं

उन्होंने (Pawan Kalyan) कहा कि, ’11 दिन के उपवास कर और प्रायश्चित दीक्षा के बाद मैं एक और दो अक्टूबर को तिरुपति जाकर प्रभु के साक्षात दर्शन कर क्षमा प्रार्थना करूंगा. और तब भगवान के सामने मेरे प्रायश्चित दीक्षा की पूर्णाहुति होगी.’ पवन ने आगे कहा कि, ‘पूर्व पार्टी ने त्रिमाला की पवित्रता और धार्मिकता को नष्ट करने कि कोशिश कि हैं. उनके इस आचरण ने हिंदू समाज की भावनाओं को गहराई तक पहुंचाया है. लोध प्रसाद में जानवर की चर्बी का इस्तेमाल एक गंभीर अपमान है. पवन कल्याण ने कहा कि अब धर्म की पुनर्स्थापना का समय आ गया है.’

पिछली सरकार पर लगाया गंभीर आरोप

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उन्होंने (Pawan Kalyan) कहा कि, ‘पिछली सरकार के शासनकाल के दौरान बालाजी प्रसाद में पशु चर्बी मिलाए जाने कि बात के स्मरण में आने से ही हमें काफी दुःख पहुँच रहा हैं. इसके लिए पिछली सरकार को बहुत सारे सवालों के जवाब देने होंगे. साथ ही देवस्थानम को भी इसके लिए सवालों के कटघरे में आना होगा.’ बता दें इस मामले में आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का नाम सामने आ रहा हैं.

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