Padma Awards : गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने 2025 के पद्म पुरस्कारों (Padma Awards) की घोषणा कर दी है। इसमें खेल जगत के दिग्गजों के नामों की भी घोषणा की गई है। छत्तीसगढ़ के पंडिराम मंडावी और राजस्थान की बतुल बेगम समेत 139 हस्तियों को पद्म पुरस्कार (Padma Awards) से सम्मानित किया जाएगा।
76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन पद्म पुरस्कारों के लिए हस्तियों को चुना। पद्म भूषण भारत रत्न और पद्म विभूषण के बाद तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।
इन तीन खिलाड़ियों को मिलेगा पद्म अवार्ड्स
पद्म पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में जनता के लिए विशिष्ट सेवाओं के लिए दिए जाते हैं। इस साल की वार्षिक सम्मान सूची में सात पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार विजेता शामिल हैं। खिलाड़ियों को इस बार संन्यास के बाद पद्म अवार्ड्स (Padma Awards) से नवाजा जा रहा है। आज हम यहाँ पर तीन खिलाड़ियों को बताने जा रहे है जिन्हें संन्यास के बाद पद्म अवार्ड्स से नवाजा जा रहा है। आइए जानते है उनके बारे में।
1. श्रीजेश
पिछले साल ही हॉकी से संन्यास लेने वाले भारत के महानतम हॉकी खिलाड़ियों में से एक पीआर श्रीजेश को भी पद्म पुरुस्कार (Padma Awards) से सम्मानित किया जाएगा। श्री ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। गोल पर दीवार की तरह खड़े श्रीजेश के दमदार प्रदर्शन की मदद से भारत ने लगातार दूसरी बार ओलंपिक में पुरुष हॉकी का पदक जीता।
पेरिस से पहले श्रीजेश ने अपने कमाल के प्रदर्शन से भारत को टोक्यो ओलंपिक 2020 में भी कांस्य पदक दिलाया था। इसके अलावा श्रीजेश को लगातार तीन बार एफआईएच गोलकीपर ऑफ द ईयर भी चुना गया।
2. रविचंद्रन अश्विन
दूसरी ओर, पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने वाले भारत के महानतम स्पिनरों में से एक रविचंद्रन अश्विन को पद्म श्री (Padma Awards) से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। दिसंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर संन्यास की घोषणा करने से पहले अश्विन ने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट लिए थे, जबकि उन्होंने 6 शतकों की मदद से 3 हजार से ज्यादा रन भी बनाए थे। अश्विन 2011 में विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे।
3. आईएम विजयन
इनके अलावा 1990 के दशक में भारत के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर रहे केरल के आईएम विजयन को भी पद्म श्री (Padma Awards) पुरस्कार दिया जाएगा। बाइचुंग भूटिया और सुनील छेत्री से पहले विजयन भारतीय फुटबॉल के सबसे बड़े सितारे थे और हर मैच में टीम की जान हुआ करते थे। विजयन बचपन के दिनों में त्रिशूर म्यूनिसिपल स्टेडियम में सोडा की बोतलें बेचा करते थे, लेकिन बाद में फुटबॉल की दुनिया में एक बड़ा नाम बन गए।
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