Pooja Khedkar : महाराष्ट्र की एक ट्रेनी महिला आईएएस ऑफिसर काफी चर्चा में हैं. बता दें उनके काम से और डिमांड से हर कोई परेशान हो चुका है. और इसके चलते वहां के डीएम को कड़ा एक्शन लेना पड़ा है. पुणे में पोस्टेड इन ट्रेनी आईएएस ऑफिसर का नाम डॉ. पूजा खेडकर हैं. पूजा को लेकर सोशल मीडिया से लेकर हर जगह अलग-अलग खबरें सामने आ रही हैं. पुणे (Pooja Khedkar) में तैनात एक ट्रेनी रजिस्ट्रार अधिकारी को प्रशिक्षण पूरा होने से पहले ही महाराष्ट्र के वाशिम जिले में स्थानांतरित कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने अलग केबिन और स्टाफ जैसे हर सुविधा को लेकर विवाद खड़ा कर दिया गया था.
पुणे की ट्रेनी आईएएस ऑफिसर ने किया परेशान
डॉक्टर पूजा खेडकर के बारे में बताएं (Pooja Khedkar) कि वह खुद कि VIP नंबर प्लेट वाली अपनी पर्सनल ऑडी कार का इस्तेमाल करती हैं. इसके अलावा इस ऑडी कार पर लाल और नीली बत्ती भी लगाई गई थी. आरोप यह भी है कि पूजा खेडकर ने पुणे के कलेक्टर कार्यालय में भी विवाद खड़ा कर दिया था जिसके बाद पुणे से उनका विस्थापन कर दिया गया. खबरों कि माने तो ट्रेनी ऑफिसर की मांग काफी सारी थी.
उनके आधिकारिक (Pooja Khedkar) पत्र में कहा गया है कि 2023 बैच की डिप्लोमा ऑफिसर पूजा खेडकर को उनके प्रशिक्षण की शेष अवधि पूरी करने के लिए वाशिम स्थानांतरित कर दिया गया है. वह 30 जुलाई, 2025 तक सुपरन्यूमेरी सहायक कलेक्टर के पद पर कार्यरत रहेंगी. (Pooja Khedkar) इसके साथ ही बताया गया कि वे परिवीक्षा अवधि पर इन सुविधाओं से वंचित नहीं हैं और उन्हें आवास उपलब्ध कराया जाएगा.
पूजा खेडकर को चाहिए सारी सुख-सुविधाएं
View this post on Instagram
पुणे डीएम दीवसे ने जीडी को अपनी रिपोर्ट (Pooja Khedkar) में कहा कि खेडकर को पुणे में अपना प्रशिक्षण जारी रखने की अनुमति देना उचित नहीं है. बताया गया है कि खेडकर के पिता दिलीप राव भी एक सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी हैं. वो भी अपनी बेटी का ही साथ दे रहे हैं और अपनी बेटी की जरूरतों को पूरा करने के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय पर दबाव बना रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को यह कहते हुए धमकी भी दी है कि (Pooja Khedkar) अगर उनकी बेटी कि जरूरत को पूरा नहीं किया गया तो कार्यलय में मौजूद सभी कर्मचारियों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि आईएएस ट्रेनी पूजा खेडकर इन दिनों अपनी निजी गाड़ी का इस्तेमाल कर रही हैं और उन्होंने उस पर नंबर प्लेट लगा रखी है. यह भी बताया गया है कि पूजा खेडकर ने अतिरिक्त कलेक्टर अजय मोरे की अनुपस्थिति (Pooja Khedkar) में उनके कार्यालय में भी कब्जा कर लिया. पूजा ने अजय मोरे की अनुपस्थिति में उनके चैंबर के दरवाजे पर अपने नेम प्लेट लगई और उस जगह को अपना ऑफिस बना लिया था.
पहले भी नियुक्ति के लिए कर चुकी है ऐसा कारनामा
कलेक्टर डॉ सुहास दीवसे ने इसके लिए मुख्य सचिव सुजाता को पत्र लिखकर मदद मांगी. अब मामले में आगे सुनवाई होगी. बताते चले कि यह पहली बार नहीं जब डॉक्टर खेडकर सुर्ख़ियों (Pooja Khedkar) में आई है. उनके वायरल होने की कहानी पुरानी है. जानकारी के अनुसार पहले भी पूजा खेडकर को नियुक्ति देने से मना कर दिया गया था. हालाँकि, उन्होंने अदालत में एक हलफनामा दायर कर खुद को दृष्टिबाधित और मानसिक रूप (Pooja Khedkar) से अस्वस्थ बताया था.
इस आधार पर उन्होंने आदेश के विरुद्ध निर्णय लेने की मांग की थी. साल 2023 की सुनवाई में न्यायाधीश एमजी शेवलीकर की पीठ ने दोषियों के अधिकार अधिनियम 2016 के तहत वो हलफनामा पेश किया और इसके बाद खेदड़कर भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुई थी. अब एक साल बाद अब उनकी ये नई कहानी सामने आई है. जो (Pooja Khedkar) सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है. ट्रान्सफर के अलावा अब उन पर और क्या कार्यवाई की जाएगी वो देखने लायक रहेगा.
यह भी पढ़ें : क्या अब खाने को नसीब नहीं होगा सेब? भारत सरकार ने लगाया बैन, इस वजह से लिया बड़ा फैसला