Raju Patel: 12 जून को एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद के मेघानी नगर इलाके के पास उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में कुल 274 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 241 यात्री शामिल थे। इस त्रासदी ने पूरे देश और दुनिया को झकझोर कर रख दिया है।
बी.जे. मेडिकल कॉलेज के पास हुए विमान हादसे के बाद राजू पटेल (Raju Patel) नामक कंस्ट्रक्शन व्यवसायी ने मानवता दिखाते हुए अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचकर घायलों को साड़ियों और चादरों से बचाया और 70 ताले, सोने के जेवरात और 80 हजार रुपए नकद पुलिस को सौंपे।
Raju Patel ने दिखाई इंसानियत
When the plane fell, humanity rose on pure instinct.
On June 12, as flames engulfed the wreckage of AI 171, the people of Ahmedabad didn’t wait for help.Raju Patel, a construction businessman, and his team ran straight into the fire despite no training or gear. pic.twitter.com/x74OoYqyy4
— The Better India (@thebetterindia) June 17, 2025
इस अफरातफरी के बीच 56 वर्षीय राजू पटेल (Raju Patel) ने बिना समय गंवाए हिम्मत और इंसानियत का परिचय दिया। पटेल ने भावुक होते हुए बताया कि उनकी टीम के पास स्ट्रेचर नहीं था, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। घायलों को उठाने के लिए साड़ियों और चादरों का इस्तेमाल किया गया। हमारे पास जो भी था, हमने उसका इस्तेमाल किया।
हम बस इतना जानते थे कि लोगों की जान बचानी है.उन्होंने बताया कि जली हुई जमीन पर बिखरे सामान, झुलसे बैग और टूटी हुई चीजों के बीच उन्हें 70 तोला सोने के जेवर, 80 हजार रुपए नकद, कई पासपोर्ट और एक भगवद गीता मिली। इन सभी चीजों को तुरंत पुलिस को सौंप दिया गया।
Also Read…पति बना मोहब्बत की राह का कांटा, तो इश्क में अंधी बीवी ने 2 लाख देकर करवाया राजा रघुवंशी जैसा हाल
कौन है राजू पटेल?
आपको बता दें कि राजू पटेल (Raju Patel) एक कंस्ट्रक्शन व्यवसायी हैं। वह दुर्घटनास्थल से कुछ ही मिनटों की दूरी पर थे। जैसे ही उन्हें एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के क्रैश होने की खबर मिली, वह तुरंत अपनी टीम के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंचे। वह वहां सिर्फ पांच मिनट में पहुंच गए। पटेल ने बताया, “पहले 15 से 20 मिनट तक हम मलबे के पास भी नहीं जा सके। आग भयानक थी। लेकिन जैसे ही पहली फायर ब्रिगेड और 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची, हम बचाव कार्य में जुट गए।”
मृतकों के परिवारों को सौंप दिया जाएगा सामान
पटेल के इस साहसिक कदम ने यह साबित कर दिया कि जब हर तरफ अराजकता फैली हुई है, तब भी कुछ लोग ऐसे होते हैं जो निस्वार्थ भाव से दूसरों की मदद के लिए आगे आते हैं। अहमदाबाद ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मानवता अभी भी जिंदा है. राजू पटेल (Raju Patel) और उनकी टीम की इस पहल की सोशल मीडिया पर आम लोगों द्वारा सराहना की जा रही है और उन्हें ‘सच्चा हीरो’ बताया जा रहा है। कई सामाजिक संगठनों ने भी उनके योगदान की सराहना की है और उन्हें भविष्य में आपातकालीन सेवाओं में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.
गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने रविवार को कहा कि बरामद सभी निजी वस्तुओं का दस्तावेजीकरण किया जा रहा है और उन्हें मृतकों के परिवारों को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने पटेल जैसे नागरिकों की प्रशंसा की और कहा कि ऐसी आपात स्थितियों में नागरिकों की भूमिका अमूल्य है।