Ravan: रामायण की कहानी भगवान श्री राम और रावण के इर्द गिर्द घूमती है। रावण ने सोने की बनी लंका पर कई सालों तक राज्य किया। लेकिन कहते है ना अहंकार किसी का नहीं चलता है। और ऐसा ही रावण के साथ हुआ। रावण की एक गलती ने उसे बर्बाद कर दिया। लेकिन रावण (Ravan) ने महिलाओं के बारें में कुछ ऐसी बातें कहीं थी जो आज भी सत्य होती है। आइए जानते है उनके बारें में…
1. महिलाओं की भूमिका
रावण (Ravan) के अनुसार, महिलाएं केवल घर की देखभाल और परिवार का पालन-पोषण करने के लिए होती हैं। यह विचारधारा आज भी कई स्थानों पर देखने को मिलती है, जहाँ महिलाओं को सिर्फ गृहिणी की भूमिका में बांधकर रखा जाता है, और उनके करियर या व्यक्तिगत स्वतंत्रता को महत्व नहीं दिया जाता। यह विचारधारा आज भी समाज में महिलाओं के प्रति देखने को मिलती है।
2. महिलाओं की स्वतंत्रता
रावण (Ravan) महिलाओं की स्वतंत्रा को लेकर भी भविष्यवाणी की थी। आपको बता दें, रावण ने यह भी कहा था कि महिलाओं को ज्यादा स्वतंत्रता नहीं मिलनी चाहिए, क्योंकि इससे समाज में अव्यवस्था फैल सकती है। आज भी, कई समाजों में महिलाओं की स्वतंत्रता पर रोक लगाई जाती है, चाहे वो शिक्षा हो, काम हो, या जीवनसाथी चुनने की स्वतंत्रता हो। महिलाओं को अपनी स्वतंत्रा नहीं मिलती है।
3. चरित्र पर संदेह
रावण (Ravan) ने स्त्रियों के चरित्र को लेकर सवाल उठाए थे, और आज भी बात सत्य होती है। समाज में कई बार यह देखा जाता है कि महिलाओं के चरित्र पर आसानी से संदेश कर लिया जाता है। साथ ही महिलाओं को लेकर समाज में बहुत जल्दी फैसला सुनाया जाता है। अगर कोई महिला अपनी मर्यादा से बाहर जाती है, तो उसे गलत नजर से देखा जाता है।
4. शारीरिक शोषण
रावण (Ravan) ने सीता का अपहरण किया था, जो महिलाओं के प्रति शारीरिक शोषण और अपमान का प्रतीक है। आज भी समाज में महिलाओं के साथ शारीरिक और मानसिक शोषण की घटनाएँ होती हैं, चाहे वह कार्यस्थल पर हो, घर में हो, या समाज में कहीं और।
यह पंक्तियाँ हमें इस बात का एहसास कराती हैं कि भले ही समय बदल गया हो, लेकिन महिलाओं के प्रति कुछ पुरानी धारणाएं आज भी कहीं न कहीं बदली नहीं है।