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Sandeep Jangra : क्या आपको याद है कि आपने अपनी जिंदगी में पहली बार पिज़्ज़ा कब खाया था? बहुत ही कम लोगों को यह याद होगा क्योंकि आज हमारे लिए यह कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे खास शख्स की कहानी, जिसे आज तक अपना पहला पिज्जा एक्सपीरियंस याद कर रहा है और उसी के आधार पर उन्होंने लाखों के ब्रांड का स्टोक कर दिया है. यह कहानी है हरियाणा के पिज़्ज़ा ब्रांड- पिज़्ज़ा गैलेरिया की शुरुआत करने वाले संदीप जांगड़ा   कि जिन्होंने पिज्जा से करोड़ों का बिजनेस शुरू किया.

Sandeep Jangra ने बदली इंसान की पूरी जिंदगी

Sandeep Jangra

हरियाणा के गोहाना के मिडल-क्लास परिवार से आने वाले संदीप (Sandeep Jangra) या उनके परिवार ने कभी नहीं सोचा था कि वह एक दिन बिजनेस में कदम रखेंगे. लेकिन आज वह सिर्फ सफल बिजनेसमैन नहीं बल्कि कई लोगों के लिए प्रेरणा भी बन गए हैं. संदीप पिज्जा गैलेरिया के संस्थापक और सीईओ हैं. हरियाणा के लोहिया जिले के गोहाना शहर से आने वाले संदीप जांगड़ा (Sandeep Jangra) आज करोड़ों के टर्नओवर वाली पिज्जा कंपनी चला रहे हैं. लेकिन इस जहां तक ​​पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था. जिंदगी में बार-बार फेलियर का सामने वाले संदीप जांगड़ा ने कैसा चखा सफलता का स्वाद. आइए जानते हैं उनकी स्टोरी.

हरियाणा के संदीप पिज्जा बेचकर बने करोड़पति

Sandeep Jangra

पिज्ज़ा गैलेरिया के फाउंडर संदीप जांगड़ा (Sandeep Jangra) एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता बढ़ई थे जो चार पाई बनाने का काम करते थे. पिता की कमाई से घर की कुछ भी जरूरत नहीं थी, लेकिन गुजर के लिए यह काफी नहीं था. संदीप (Sandeep Jangra) ने परिवार का हाथ बटाने के लिए बेहद कम उम्र में काम करना शुरू कर दिया था. इसकी जानकारी उनके परिवारवालों को नहीं थी. अपने दोस्तों को देखते हुए संदीप ने 2009 में इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया.

कई संघर्षों के बाद शुरू किया पिज्जा गैलेरिया

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हालाँकि उनका पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था क्योंकि बार-बार परीक्षा में फेल हो रहे थे. इस तरह 4 साल की डिग्री वे 6-7 साल में पूरी तरह से कर पाए थे. कॉलेज से रवाना होने के बाद उन्हें (Sandeep Jangra) गुरुग्राम में एक कंपनी में नौकरी मिल गई जहां उन्हें 9000 रुपए की नौकरी मिली. दो साल तक काम करने के बाद भी उन्होंने नौकरी छोड़ दी और घर चले गए. संदीप ने घर वालों को नहीं बताया कि उन्होंने नौकरी छोड़ दी है. संदीप के पिता ने उन्हें अपनी दुकान के बगल में ही एक नई कारपेंटर की दुकान खोलने की सलाह दी थी, लेकिन उनके (Sandeep Jangra) मन में कुछ और ही था.

छोड़ी इंजीनियरिंग की नौकरी

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संदीप (Sandeep Jangra) का कहना है कि साल 2015 में वह गुरुग्राम में रहे थे और उन्होंने पहली बार जीवन में पिज्जा का स्वाद चखा था. पिज्जा ने ही उन्हें बताया कि यह कितना स्वादिष्ट है और इसे कितने अच्छे तरीके से बनाया गया है. बस बाकी से उन्हें गोहाना के छोटे से कस्बे से पिज्जा दूकान को शुरू करने का आइडिया आया. हालाँकि, पिज़्ज़ा बनाने के लिए उन्होंने पहले ट्रेनिंग भी ली और कुछ महीने पिज़्ज़ा बनाने का काम भी किया. ट्रेनिंग लेने में संदीप की मां ने पूरी मदद की और अपने (Sandeep Jangra) गहने बेचकर उनके लिए पैसों का जुगाड़ किया.

मां के गहने बेच शुरू किया पिज्जा बिजनेस

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विशेष रूप से शाकाहारी पिज्जा पेश करने वाले, ‘पिज्जा गैलेरिया’ का लक्ष्य “एट लोकल, थिंक ग्लोबल” है. किसी भी आइडिया के शार्क टैंक इंडिया पर आने के बाद उसका बिजनेस बढ़ गया है. ऐसा ही कुछ पिज्जा गैलेरिया के साथ भी देखने को मिला. संदीप ने कहा, “शो के प्रसारण के बाद हमने अपने ग्राहक आधार में काफी वृद्धि देखी है, जिससे गोहाना गौरवान्वित है.” उन्होंने (Sandeep Jangra) कहा, “हमें जो समर्थन मिला है, वह शानदार है और हम सुधार जारी रखते हैं. और भी अधिक उपलब्धि हासिल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं.’

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