Ruangsak Loychusak: एक भीषण विमान दुर्घटना में बचे रुंगसाक लाईचुसाक (Ruangsak Loychusak) ने हाल ही में एयर इंडिया विमान दुर्घटना की खबर सुनकर एक अजीब और चौंकाने वाली समानता महसूस की. रुंगसाक ने पाया कि इस दुर्घटना में जीवित बचा एकमात्र व्यक्ति उसी सीट नंबर 11ए पर बैठा था, जहां 27 साल पहले वह सुरक्षित बैठा था।
27 साल पहले भी 11A ने बचाई थी एक की जान
Unbelievable…..
In 1998, singer Ruangsak Loychusak had also been sitting in seat 11A when the Thai Airways flight TG261 crashed killing 101 passengers. He had survived the crash.. https://t.co/bhs2MtTP0a pic.twitter.com/oG36ASzdUb— Mr Sinha (@MrSinha_) June 14, 2025
थाई गायक और अभिनेता जेम्स रुआंगसाक लोयचुसाक (Ruangsak Loychusak) दिसंबर 1998 में थाई एयरवेज की उड़ान टीजी 261 पर सवार थे. दक्षिणी थाईलैंड में उतरने का प्रयास करते समय विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना में 101 लोग मारे गए. 101 यात्रियों में से वे अकेले व्यक्ति थे जो बच गए। वे भी सीट 11A पर बैठे थे। उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना के बाद मैं इतना आहत हुआ कि करीब 10 साल तक विमान से यात्रा नहीं की.
Also Read…दुनिया के नक़्शे से मिटने वाला है ईरान, इजरायल की एयर स्ट्राइक से चारों तरफ लगा लाशों का ढेर
सोशल मीडिया के जरिए दी जानकारी
जब यह खबर फैली कि एयर इंडिया की AI171 दुर्घटना में केवल एक भारतीय मूल का ब्रिटिश व्यक्ति बचा है, जिसका नाम विश्वास कुमार रमेश है और वह सीट 11A पर बैठा है, तो रुंगसाक लाईचुसाक (Ruangsak Loychusak) को सीट 11A का नाम सुनकर आश्चर्य हुआ. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि भारत में हुए विमान हादसे में बचे लोग भी उसी सीट पर बैठे थे जिस पर मैं 27 साल पहले बैठा था यानी 11A.
आगे उन्होंने लिखा कि यह खबर सुनकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने इस हादसे में अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया है।
अपना दिन याद आ गया

रुंगसाक लाईचुसाक (Ruangsak Loychusak) ने कहा कि जब मेरा विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, तो मैं भावनात्मक रूप से बहुत कमज़ोर हो गया था। उन्होंने कहा कि दूसरे देश में एक और व्यक्ति के बारे में जानना, जो उसी सीट पर एक अलग दुर्घटना में बच गया था, इससे यादें ताज़ा हो गईं, जिसे बहुत कम लोग समझ सकते हैं। अतीत में, रुआंग्सक ने इस अनुभव को जीवन बदलने वाला बताया है.
बता दें की 1985 के नेवादा विमान हादसे में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति जॉर्ज लैमसन जूनियर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भारत में विमान दुर्घटना की खबर ने उन्हें झकझोर कर रख दिया। उन्होंने कहा कि इस हादसे से गुजरने वाले लोग इन पलों को कभी नहीं भूल सकते।
Also Read…South Africa का सपना हुआ सच, ICC ट्रॉफी का सूखा खत्म, WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया