Husband: बिहार के जहानाबाद जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सबको हैरान कर दिया. यह मामला कहीं न कहीं यूपी की चर्चित ज्योति मौर्या केस से मेल खाता दिख रहा है. यहां पति (Husband) मंटू कुमार यादव नाम के शख्स ने अपनी पत्नी खुशबू कुमारी को शादी के बाद पढ़ाई कराई और बीए की डिग्री दिलाई. इतना ही नहीं, मेहनत और संघर्ष के बाद उन्होंने पत्नी को होमगार्ड की नौकरी भी दिलवाई.
मेहनत के बाद भी टूटा रिश्ता
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पति (Husband) मंटू कुमार का आरोप है कि उन्होंने पत्नी की पढ़ाई और नौकरी के लिए काफी संघर्ष किया. खुशबू की पढ़ाई के लिए करीब 10 लाख रुपये का लोन भी उनके पिता के नाम पर लिया गया, लेकिन जैसे ही खुशबू कुमारी को होमगार्ड की नौकरी मिली, उनके रिश्ते में दरार आ गई.
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ट्रेनर के साथ रहने लगी पत्नी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नौकरी मिलते ही खुशबू ने पति (Husband) से दूरी बना ली और जहानाबाद शहर में ही अपने प्रशिक्षक चक्रवर्ती कुमार के साथ रहने लगी. इस फैसले से मंटू कुमार और उनका परिवार बेहद टूट गया है. अब मामले ने कानूनी रूप ले लिया है. खुशबू कुमारी ने खुद कोर्ट में तलाक की अर्जी दायर कर दी है. वहीं, मंटू का कहना है कि उन्होंने पत्नी को हर कदम पर सहारा दिया, लेकिन नौकरी मिलने के बाद ही सबकुछ बदल गया.
लोगों में बनी चर्चा का विषय
यह मामला इलाके में चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है. लोग इसे सीधे-सीधे ज्योति मौर्या केस से जोड़कर देख रहे हैं, जहां नौकरी और पढ़ाई के बाद पति-पत्नी के रिश्ते टूटने की घटनाएं सामने आईं. फिलहाल, मामला कोर्ट में विचाराधीन है. पति (Husband) मंटू और उनके परिवार की उम्मीद अब सिर्फ न्यायालय से है. इस घटना ने समाज में एक बार फिर इस बात पर बहस छेड़ दी है कि पढ़ाई-लिखाई और तरक्की का ‘गिफ्ट’ आखिर रिश्तों को क्यों तोड़ देता है.