Maha Kumbh : उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ (Maha Kumbh) में अब तक 54 करोड़ से ज्यादा लोग स्नान कर चुके हैं। समापन में 9 दिन बचे हैं लेकिन भीड़ थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रयाग (Maha Kumbh) के स्थानीय लोगों को भी पहली बार इतनी भीड़ का सामना करना पड़ रहा है।
एयरपोर्ट का हाल रेलवे स्टेशन जैसा है और रेलवे स्टेशन पर मारा-मारी चल रही है। रविवार को 60 फ्लाइट से 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालु आए और गए। ट्रेनों में भी भीड़ जैसी की तैसी है।
नई दिल्ली हादसे के बाद भी ट्रेन में मशक्कत जारी
ट्रेनों से सफर करने वाले लोग अपनी जान हथेली पर लेकर यात्रा कर रहे है। कुछ दिन पहले नई दिल्ली स्टेशन पर हुए हादसे से किसी ने कोई सबक नहीं लिया है और लोग फिर वहीं भीड़ के रूप में यात्रा करते नहीं मान रहे है। वहीं प्रशासन भी भीड़ को रोक पाने में असमर्थ हो रहा है।
लाखों, करोड़ों की भीड़ को रोक पाना हर किसी के लिए असम्भव हो रहा है। प्रयागराज महाकुंभ (Maha Kumbh) जाने वाली हर ट्रेन में जगह पाने के लिए मारामारी मची हुई है। एसी और स्लीपर क्लास के कोचों की हालत जनरल से भी बदतर थी।
प्रशासन की व्यवस्था भीड़ के आगे चरमराई
जनरल और स्लीपर क्लास में लोग खिड़कियों से घुसने की कोशिश करते रहे। बच्चे, बूढ़े, महिलाएं सभी सिर पर सामान रखकर संघर्ष कर रहे थे। रेलवे प्रशासन और रेलवे पुलिस की भीड़ प्रबंधन की हर व्यवस्था इस अपार श्रद्धा के आगे नतमस्तक दिखी। प्लेटफॉर्म पर लोगों को नियंत्रित करने के लिए रस्सियों का इस्तेमाल किया गया।
महाकुंभ (Maha Kumbh) जाने वाले लोगों को चेतावनी दी जा रही थी। बड़ी संख्या में रेलवे पुलिस के जवान तैनात थे। स्टेशन में प्रवेश करने वाले लोगों को बांस और डंडों के सहारे कतार में खड़ा किया जा रहा था लेकिन प्लेटफॉर्म पर यह व्यवस्था चरमरा रही थी।
यात्रियों ने बताई अपनी पीड़ा
एक्सप्रेस ट्रेन हो या महाकुंभ (Maha Kumbh) जाने वाली स्पेशल ट्रेनें लोग ट्रेनों की ओर दौड़ रहे थे। प्रयागराज के लिए ट्रेन पकड़ने और महाकुंभ जाने की लिए लोग हर तरह ही आपाधापी करते नजर आ रहे है। यात्री आने-जाने में परेशान हो रहे है। इसके साथ ही रिजर्वेशन वाले यात्रियों को भी जनरल की तरह ही यात्रा करनी पड़ रही है। साथ ही ट्रेनों में पुख्ता इन्तेजाम नहीं होनी से यात्री काफी परेशान हो रहे है।
भविष्य के लिए रेलवे कर रहा है पुख्ता इंतजाम
वहीं, सूत्रों के मुताबिक भविष्य में पीक सीजन के दौरान भगदड़ जैसी घटनाओं से बचने के लिए रेलवे ने देश के 60 प्रमुख स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया बनाने की योजना बनाई है। महाकुंभ (Maha Kumbh) के बाद 2027 में नासिक और हरिद्वार में अर्धकुंभ का भी आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा 2028 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में सिंहस्थ मेले का भी आयोजन होना है।
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