Bharati Ghosh: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में रविवार 23 फरवरी को भारत- पाकिस्तान महामुकाबला खेला गया।जिसमें भारतीय टीम ने 6 विकेट से जीत हासिल कर ली है। इन सब के बीच भारतीय खेल जगत से एक बुरी खबर सामने आ रही है।
दरअसल एक दिग्गज कोच की अचानक मौत हो गई है। कोच के निधन की खबर से उनके फैंस और भारतीय खिलाड़ियों को झटका लगा है। ऐसे में आइए जानते है क्या है पूरा मामला…
दिग्गज कोच ने अचानक तोड़ा दम

दरअसल हम जिस भारतीय कोच की बात कर रहे है। वो दिवंगत बंगाली टेबल टेनिस कोच भारती घोष (Bharati Ghosh) है। आपको बता दें, भारती घोष का 83 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। वह पिछले कुछ महीनों से उम्र से संबंधित बीमारियों से पीड़ित थी। मिली जानकारी के मुताबिक उन्होंने सोमवार सुबह एक नर्सिंग होम में अंतिम सांस ली। खेल और राजनीतिक हस्तियां उनके इलाज में मदद के लिए आगे आईं, लेकिन आखिरी फैसला नहीं लिया गया।
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खेल जगत में शोक की लहर

फिर 20 फरवरी को उनकी बीमारी की खबर सुनकर सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देब ने उनके इलाज की सारी व्यवस्था कराई थी। उनके कहने पर ही भारती घोष (Bharati Ghosh) को माटीगाड़ा नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। भारती घोष के निधन से खेल समुदाय में शोक की लहर है।
इन पुरस्कारों से हुई सम्मानित

आपको बता दें, भारती घोष (Bharati Ghosh) को कई पुरस्कारों द्वारा सम्मानित किया गया है। साल 2019 में उन्हें राज्य सरकार द्वारा ‘बंग रत्न’ पुरस्कार और 2021 में खेल विभाग द्वारा ‘क्रीडा गुरु’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया थ।कोचिंग की डिग्री न होने के बावजूद भारती घोष ने न केवल उत्तर में बल्कि राज्य में भी सर्वश्रेष्ठ टेबल टेनिस कोच के रूप में अपनी छाप छोड़ी थी।
अपने भाई के दोस्त की मदद से उन्हें सिलीगुड़ी के प्रसिद्ध सहगल इंस्टीट्यूट में दाखिला मिला था। फिर उन्होंने कुछ लड़कियों के साथ टेबल टेनिस खेलना शुरू कर दिया था। उन्होंने पहले सीनियर खिलाड़ियों को खेलते हुए देखकर सीखा और बाद में महावीरस्थान में एक कोचिंग शिविर में एडमिशन लिया। भारती घोष ने बहुत ही कम समय में इस खेल में महारत हासिल कर ली थी।
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