Big Temple Accidents In India: भारत आस्था और श्रद्धा का देश है, जहां करोड़ों लोग मंदिरों में जाकर भगवान के दर्शन करते हैं। हर साल हजारों मेले, धार्मिक आयोजन और पर्वों पर भारी भीड़ मंदिरों में उमड़ती है। लेकिन कई बार यह आस्था त्रासदी में बदल जाती है।
देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जिन्होंने पूरे देश को झकझोर दिया। आज हम आपको भारत के 5 सबसे बड़े मंदिर हादसों (Big Temple Accidents In India) के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आज भी लोगों की याद में डर और दुख के प्रतीक बनकर जिंदा हैं।
भारत के 5 बड़े मंदिर हादसे

1. वैष्णो देवी हादसा (2022)
यह मामला 1 जनवरी 2022 जम्मू- कश्मीर के प्रसिद्ध वैष्णव देवी मंदिर का है। जहां हजारों श्रद्धालु नए साल पर माता के दर्शन को पहुंचे थे। लेकिन संकरे मार्ग पर नियंत्रण खो देने से अचानक भगदड़ मच गई। जिन लोगों ने ‘जय माता दी’ कहते हुए साल की शुरुआत की थी, उनका नया साल वहीं खत्म हो गया। इस हादसे (Big Temple Accidents In India) में करीब 12 लोगों की मौत हो गई थी और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
2. मनसा देवी मंदिर हादसा (2025)
उत्तराखंड के पवित्र तीर्थ नगरी हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर शनिवार तड़के भगदड़ (Big Temple Accidents In India) मच गई, जिसमें कम से कम 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और दर्जन भर लोग घायल हो गए। दर्दनाक दृश्य श्रावण महीने की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक बन गया है।
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3. सबरीमाला मंदिर हादसा (2011)
दक्षिण भारत का प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर सिर्फ एक तीर्थस्थल नहीं, बल्कि श्रद्धा और संयम का जीवंत प्रतीक है। मकर संक्रांति का दिन विशेष होता है, जब लाखों भक्त ‘मकर ज्योति’ के दर्शन के लिए उमड़ते हैं। लेकिन 2011 की मकर संक्रांति की रात सबरीमाला की पवित्र भूमि पर इतिहास का एक काला अध्याय दर्ज हो गया।
14 जनवरी 2011 की रात श्रद्धालु मकर ज्योति के दर्शन के बाद लौट रहे थे। वापसी मार्ग में पुल्लुमेदु क्षेत्र (जो घने जंगल में है) पर स्थित एक अस्थायी शिविर के पास एक जीप के पलटने से अचानक भगदड़ मच गई। इस हादसे (Big Temple Accidents In India) में करीब 106 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
4. चामुंडा देवी हादसा (2008)
30 सितंबर 2008 की सुबह नवरात्र का पहला दिन था। लेकिन कुछ ही घंटों में यह पावन दिन राजस्थान के इतिहास के सबसे बड़े धार्मिक हादसों में बदल गया। सैकड़ों परिवारों की ज़िंदगी उस दिन हमेशा के लिए बदल गई। सुबह 5 बजे से ही चामुंडा देवी मंदिर परिसर में भारी भीड़ जमा होने लगी थी।
संकरे रास्ते और सीढ़ियों पर चढ़ते वक्त अचानक अफवाह फैली कि बम रखा गया है, जिससे भगदड़(Big Temple Accidents In India) मच गई। मंदिर के दोनों तरफ से लोग एक-दूसरे की ओर धक्का-मुक्की करने लगे। गिरते-पड़ते, एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते लोगों की दम घुटने से 224 लोगों की मौत हो गई। और 400 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
5. मंधरदेवी कालूबाई मंदिर हादसा (2005)
25 जनवरी 2005 को महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित मंधरदेवी कालूबाई मंदिर में सालाना तीर्थयात्रा और जत्रा (मेला) के दौरान भारत के धार्मिक इतिहास की सबसे भयावह भगदड़(Big Temple Accidents In India) में से एक हुई। इस दर्दनाक घटना में 340 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो गई, और सैकड़ों घायल हो गए। यह दुर्घटना तब हुई जब कुछ लिए नारियल तोड़ते समय फिसलन भरी सीढ़ी पर गिर पड़े।
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