Chess Trophy : भारत इस समय बुडापेस्ट 45वें शतरंज ओलंपियाड टूर्नामेंट में खेल रहा है और लगातार जीत के साथ भारत के गौरव के लिए पदक की ओर कदम बढ़ा रहा है. इसी बीच दूसरी ओर अब ये खबर आ रही है कि अखिल भारतीय शतरंज महासंघ ने शतरंज ओलंपियाड की रनर अप ट्रॉफी (Chess Trophy) घुमा दी है. अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) ने शतरंज ओलंपियाड ट्रॉफी के गायब होने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें टीम ने टूर्नामेंट के आखिरी चरण में जीत हासिल की थी.
Chess Trophy : भारतीय शतरंज महासंघ की घिनौनी करतूत
इसके बाद एआईसीएफ़ को ट्रॉफी (Chess Trophy) की प्रतिकृति की व्यवस्था और माफ़ी माँगनी पड़ी हैं. यह एक रनर अप ट्रॉफी है. अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) ने शतरंज ओलंपियाड ट्रॉफी के गायब होने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. भारतीय टीम ने 2022 में इसे जीता था. यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारतीय पुरुष टीम बुडापेस्ट में ओलंपियाड के 45वें संस्करण में स्वर्ण पदक जीतने के करीब चल रही है.
एआईसीएफ (एआईसीएफ) के आधिकारिक बयान में पुष्टि की गई है कि ओपन और महिला डिवीजन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीम को दी जाने वाली ‘गैप्रिंडाशविली ट्रॉफी’ (Chess Trophy) गायब हो गई है.
ओलंपियाड की ट्रॉफी महासंघ के ऑफिस से गायब
भारत इस ट्रॉफी (Chess Trophy) का पिछला विजेता है जो 2022 में जीत हासिल की थी. एआईसीएफ के उपाध्यक्ष अनिल कुमार रायजादा ने मीडिया को बताया कि ट्रॉफी एक महीने से ज्यादा समय से गायब है और यह बात तब चली जब अंतराष्ट्रीय महासंघ ने यह ट्रॉफी बुडापेस्ट लाने के लिए कहा है. एआईसीएफ़ के उपाध्यक्ष अनिल कुमार रायजादा ने बताया कि ट्रॉफी एक महीने से अधिक समय से गायब है. जब शतरंज की टॉप ग्लोबल संस्था ने बुडापेस्ट चेस ओलंपियाड के साथ मिलकर इस ट्रॉफी (Chess Trophy) को बढ़ावा देने का आग्रह किया तो इस सोसायटी को इस बात का पता चल गया.
पिछले एक महीने से ट्रॉफी को ढूंढ रहे अधिकारी
एआईसीएफ़ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमने फिडे के आदेश के बाद इसे हर जगह फिर से हासिल करने की कोशिश की. लेकिन हम अभी तक इसका पता लगाने में असमर्थ रहे हैं. यह बेहद शर्मिंदगी वाली स्थिति है. बता दें भारत इस ट्रॉफी (Chess Trophy) का विजेता रहा है जो 2022 में भारत का सबसे बड़ा विजेता था. उन्होंने कहा, ‘फिडे से ट्रॉफी का आखिरी मुलाकात के बाद हम 30 दिन से ज्यादा समय तक इसका पता लगाने में असफल रहे हैं. फिर आधिकारिक पुलिस शिकायत दर्ज करने की जांच की जाएगी. लेकिन हम अभी तक इसका पता लगाने में असमर्थ रहे हैं.
बुडापेस्ट में ट्रॉफी जीतने के कगार पर भारत
यह वास्तव में एक शर्मनाक स्थिति है और इसकी पूरी जिम्मेदारी हम ले रहे है. यह मूल ट्रॉफी नहीं होगी. लेकिन फिर भी यह मूल ट्रॉफी (Chess Trophy) जैसी होगी. हम इस गड़बड़ी के लिए खेद प्रकट कर रहे हैं.’ हमसे उम्मीद है कि हम इसे बरकरार रखेंगे क्योंकि यह देश की प्रतिष्ठा का मामला है. एआईसीएफ के एक अन्य वरिष्ठ प्रोफेसर ने कहा कि उन्होंने रिकॉर्ड भी देखा है. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. सरकार और राज्य शतरंज संघ (Chess Trophy) से भी जांच की जाती है. जब हमने दस्तावेज़ीकरण किया था, तब इसे वर्तमान प्रशासन को निषिद्ध नहीं किया गया था.