Ambulance: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से एक ऐसी खबर आई है, जो साबित करती है कि इस देश में आम लोगों के लिए हर नियम मान्य है, लेकिन ऊंचे पदों पर बैठे लोग कुछ भी कर सकते हैं। दरअसल, यमुना नदी पर बना हमीरपुर पुल शनिवार सुबह 6:10 बजे वाहनों के लिए बंद कर दिया गया। जहां एक मजदूर बेटे ने मजबूरी में बिना एम्बुलेंस (Ambulance) के अपनी मां की लाश को ढोया, चलिए आगे जानते हैं क्या है पूरा मामला?
क्या है पूरा मामला ?
प्रशासन का कहना था कि पुल की मरम्मत चल रही है. इसलिए दो दिनों तक किसी भी गाड़ी को पुल पार करने की इजाज़त नहीं दी जाएगी. लेकिन ठीक 34 मिनट बाद यानी सुबह 6:44 बजे भाजपा के सदर विधायक की कार बेरोक-टोक पुल पार कर गई. पुल पर लगी बैरिकेडिंग को हटाकर उन्हें रास्ता दिया गया, लेकिन वहां से एंबुलेंस (Ambulance) नहीं जाने दी, जिसमें एक मां का शव था.
एम्बुलेंस जाने की नहीं मिली अनुमति
हाय रे सिस्टम !
कर्मचारियों से गिड़गिड़ाया पर नहीं जाने दिया शव वाहन!
मां का शव लेकर 1 किलोमीटर पैदल पार किया पुल!
पुल पर लाश वाली एंबुलेंस रोकी लेकिन विधायक की VIP कार ने भरा फर्राटा !#YamunaBridge #VIPCulture #Hamirpur pic.twitter.com/DTJdxMYj8U— मृत्युंजय पाराशर । MRATUNJAY PARASHAR (@parasharji24) June 29, 2025
कुछ देर बाद करीब साढ़े नौ बजे एक एंबुलेंस आई, जो कानपुर से उनके गांव जा रही थी. इस एंबुलेंस में 63 वर्षीय शिवदेवी का शव था और मृतका का बेटा भी उसमें था। जैसे ही एंबुलेंस (Ambulance) पुल पर पहुंची, वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोक लिया. काफी मिन्नतों के बाद भी पुलिस ने एक न सुनी. इबादत के जमाने में शर्मनाक हरकत! वायरल वीडियो में मासूम बच्चियों से छेड़छाड़ करते दिखे दो बुजुर्ग, अब पुलिस कर रही इनकी खातिरदारी।
ऑटो में डालकर ले गया लाश
बेटा क्या कर सकता था? उसने एम्बुलेंस (Ambulance) से स्ट्रेचर निकाला। उस पर अपनी माँ की लाश रखी और खुद पुल पार करने लगा। वो भी करीब 1 किलोमीटर लंबा पुल, जहाँ से कुछ घंटे पहले ही एक नेता की गाड़ी आसानी से गुजरी थी। जब पुल पार हो गया, तो लाश को ऑटो में डालकर घर ले जाया गया। जब मामला गरमाया और सवाल उठने लगे कि पुल बंद होने के बावजूद विधायक की गाड़ी को पुल पार करने की अनुमति कैसे दी गई, तो स्पष्टीकरण देने का समय आ गया। विधायक ने तुरंत बयान दिया कि, “मैं उस गाड़ी में नहीं था। मेरे पिता मेरे बीमार भाई को लेकर कानपुर जा रहे थे।”