Chaitanyananda Baba: दिल्ली में स्वयंभू धार्मिक गुरु चैतन्यानंद बाबा (Chaitanyananda Baba) अब पूरी तरह बेनकाब हो गए हैं. उन्होंने लोगों की आस्था और विश्वास का शोषण करके अपने आश्रम को हवस का अड्डा बना लिया था. पुलिस जांच में पता चला है कि बाबा ने कथित तौर पर 17 लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया.
लड़कियों का दर्द सामने आया

जांच एजेंसियों के मुताबिक, बाबा के आश्रम में रहने वाली कई लड़कियों ने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पीड़िताओं का आरोप है कि चैतन्यानंद बाबा (Chaitanyananda Baba) उन्हें आध्यात्मिक प्रवचन और ध्यान के बहाने अपने कमरे में बुलाता था और फिर उनके साथ अश्लील हरकतें करता था. अगर वे विरोध करते, तो बाबा उन्हें धमकाता और कहता कि यह उसकी “आध्यात्मिक साधना” का हिस्सा है. कई पीड़ितों को चुप रहने की धमकी भी दी जाती थी.
पुलिस की कार्रवाई और खुलासे
मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आश्रम पर छापा मारा। जांच में कई अहम सबूत मिले जिनमें पीड़िताओं के बयान, कुछ ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग और डायरी शामिल हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, चैतन्यानंद बाबा (Chaitanyananda Baba) ने अपनी हवस को संत का चोला ओढ़कर अंजाम दिया और लंबे समय तक लोगों को गुमराह करता रहा. अब उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
आस्था को ठेस और समाज में आक्रोश
चैतन्यानंद बाबा (Chaitanyananda Baba) की करतूतों के उजागर होने के बाद समाज में भारी आक्रोश है। लोग कह रहे हैं कि ऐसे नकली बाबाओं की वजह से धर्म और आस्था की छवि खराब होती है. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि चैतन्यानंद को सख्त से सख्त सजा दी जाए ताकि कोई और धार्मिक चोला पहनकर मासूमों की जिंदगी बर्बाद करने की हिम्मत न कर सके।
नकली बाबाओं पर सवाल
यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि किस तरह कुछ लोग धार्मिक भावनाओं का गलत फायदा उठाकर अपराध करते हैं. चैतन्यानंद बाबा (Chaitanyananda Baba) का खुलासा इस बात का सबूत है कि समाज को सतर्क रहने की जरूरत है और किसी भी व्यक्ति को बिना जांच-परख के “गुरु” मानने से पहले उसके असली चेहरे को पहचानना जरूरी है।