Wolf Attacks : उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक (Wolf Attacks) ख़त्म होने का नाम नहीं ली रहा है. सोमवार को अमावस की रात भेड़िये और खुंखार हो गए. अमावस की रात 8:00 बजे के बाद से ही भेड़ियों की हलचल तेज हो गई थी. लेकिन वन विभाग की टीम भेड़ियों को पकड़ने में नाकाम रही. हालाँकि, प्रशासन पूरे क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग कर रहा था. फिर भी राक्षसी भेड़ियों ने जिले के गिरधरपुर पंढवा गांव में 6 साल की मासूम अफसाना पर हमला कर दिया.
बहराइच में भेड़ियों का आतंक बढ़ा
मासूम अफसाना अपनी दादी के साथ सो रही थी, तभी भेड़िया घर के अंदर घुसा और उसके ऊपर हमला कर दिया. लेकिन दादी की नींद खुल गई और उन्होंने शोर मचा दिया. इस घटना के बाद भेड़िया (Wolf Attacks) वहाँ से भाग गया. डॉक्टर का कहना है अफसाना की हालत ठीक है. अफसाना का इलाज पास के ही अस्पताल में चल रहा है. पिछली रात राक्षसी भेड़िये के हौसले मजबूत थे. इस बात का अंदाजा आप लगा सकते है कि अफसाना पर हमला करने के बाद उसके घर के ठीक पीछे वाले घर पर भी आदमखोर पर हमला करने के फिराक में था. लेकिन गांव वाले सिपाही पहरेदारी कर रहे थे, जिसकी वजह से आदमखोर भेड़ियों को भागना पड़ा.
अमावस की रात और खूंखार हुए भेड़िये
2 सितंबर की रात 12 बजे देखने को मिला, जब सोमवती अमावस्या की रात को आदमखोर राक्षसी ने एक मासूम को अपना शिकार बना लिया. हालाँकि इस दौरान भेड़िया (Wolf Attacks) उसकी जान नहीं ले सका क्योंकि बच्ची ने अपने ऊपर हमला कर दिया और जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया. जिससे भेड़िया को भगा दिया गया. 2 सितंबर सोमवती अमावस की रात थी और इसी का मौका उठाकर आदमखोर भेड़ियों ने एक बार फिर से खतरनाक हमला बोल दिया. यहां के पंढुईया गांव में एक 5 साल की बच्ची पर हमला कर दिया गया. वो बच्ची को मारना चाहता था लेकिन बच्ची के शोर मचने पर लोग जाग गए.
5 साल की मासूम को बनाया अपना शिकार
भेड़िया (Wolf Attacks) बच्ची को कहीं और छोड़ दिया गया. बच्ची के गले, गाल और शरीर के कई हिस्सों में भेड़ियों के दांतों के निशान देखे गए और सुबह जब यह खबर स्थानीय नेता सुरेश्वर सिंह तक पहुंची तो वो भागकर बच्ची और उसके अवशेषों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे. रविवार को भेड़ियों ने एक बच्चे पर हमला कर जान ले ली थी. इससे पहले भी भेड़िया महिला, बुजुर्ग और बच्चों को अपना शिकार बना चुका है. बताया जा रहा है कि आदमखोर ने अब तक 40 से ज्यादा लोगों पर हमला कर दिया है. जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई है. भेड़िए के आतंक से लोग सहमे और डरे हुए हैं. भेड़िये के डर से लोग घर में बैठे हैं. इधर, वन विभाग लगातार भेड़ियों (Wolf Attacks) पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है.
इससे पहले भी 10 लोगों को शिकार बनाया है
वन विभाग भेड़ियों (Wolf Attacks) को पकड़ने के लिए जाल का सहारा ले रहा है. उदाहरण के लिए चारे के रूप में नदी के किनारे, भेड़ियों के आराम स्थल और मांद के पास इस्तेमाल किया गया है. ताकि आदमखोर भेड़िये को जाल में फंसाकर पकड़ा जा सके. वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को भेड़ियों को पकड़ने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री योगी ने वन मंत्री को निर्देशित करते हुए कहा है कि वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी प्रतिनिधि जिलों में ही कैंप करें और गाजियाबाद में पेट्रोलिंग के लिए टीम बनाकर रहें.
सीएम ने वन मंत्री को दिए हैं सख्त आदेश
इसके अलावा अतिरिक्त वन विभाग को सावधानी बरतने के लिए भी सीएम ने निर्देश दिए हैं. कहा जाता है अमावस की रात भेड़िये बड़े आक्रामक हो जाते हैं. यह आपने टीवी सीरियल और कई फिल्मों में भी देखा होगा. इसके पीछे का कारण यह है कि अमावस की रात महीने में सबसे अंधेरी रात होती है. वहीं, पूर्णिमा की रात में आसमान में सबसे ज्यादा उजाला होता है. जिसके कारण भेड़ियों (Wolf Attacks) का शिकार करना मुश्किल हो जाता है. इसी कारण से भेड़िये अमावस की रात में शिकार के लिए जाते हैं क्योंकि इनके लिए शिकार करना आसान होता है.
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