Chirag Paswan : लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान हाल ही में काफी चर्चा में हैं. मोदी सरकार का हिस्सा बनने के बाद सभी की नजर चिराग पर टिकी है. वहीं चिराग (Chirag Paswan) भी अक्सर मीडिया से रूबरू होते दिखाई देते हैं. चिराग हाल ही में जमुई के दौरे पर हैं. हालाँकि इस दौरान चिराग पासवान की दरियादिली का नमूना देखने को मिला है. पटना से जमुई जा रहें चिराग को रास्ते में एक घायल व्यक्ति मिला. ये बुजुर्ग शख्स खून में लथपथ सड़क किनारे पड़ा था.
चिराग की नजरों में जैसे ही वह शख्स आया, उन्होंने अपनी गाड़ी रोक दी. चिराग (Chirag Paswan) के साथ उनका पूरा काफिला भी रुक गया. चिराग को सड़क पर देखकर आसपास के गांव की भीड़ भी मौके पर जमा हो गई. चिराग ने ना सिर्फ बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती कराने में मदद की बल्कि इलाज के लिए 5 हजार रुपए की क्षतिपूर्ति भी दी. उनके (Chirag Paswan) इस व्यवहार की हर तरफ़ तारीफ हो रही है.
Chirag Paswan ने पीड़ित को अस्पताल पहुंचाया
पटना से जमुई आने के क्रम में बरबीघा के पास सड़क के बीच में व्यक्ति सुधबुध खोकर लहुलुहान हालत में पड़ा था. चिराग (Chirag Paswan) ने देखा तो वह उसकी मदद कर उसे सुविधा मुहैया कराने में कामयाब हो गए. इसके साथ ही गठिया अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा है. साथ ही एक अपने गार्ड को भी गाड़ी पर बैठा दिया. ₹5000 की आर्थिक सहायता भी यहां कर दी गई. इलाज में मदद कर उसे काफी सहयोग दिया है.
चिराग पासवान (Chirag Paswan) के इस व्यवहार से लोग काफी प्रभावित हो रहे हैं. लोगों ने चिराग को बिहार का भविष्य बताया. जानकारी के अनुसार सरमेरा से बरबीघा होते हुए चिराग (Chirag Paswan) पूरी तरह जमुई जा रहे थे. इसी बीच केवटी गांव निवासी 45 वर्षीय चौधरी युगल सड़क पर पारो चौधरी कर रहे थे. वे मजदूरी का काम करते हैं.
Chirag Paswan ने की आर्थिक मदद
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इस दौरान अचानक तेज रफ्तार एक बाइक ने उन्हें टक्कर मार दी और भाग निकला. रास्ते से आ रहे चिराग (Chirag Paswan) ने अपनी गाड़ी रोकी और फिर दूसरी गाड़ी की मदद से घायल को बरबीघा रेफरल अस्पताल पहुंचाया. डॉक्टर्स ने बताया कि उसके पैर को कुचलकर कोई गाड़ी निकल गई थी. फिर चिराग ने अस्पताल में कॉल करने के लिए कहा, लेकिन फिर देखते ही देखते उसे ऑटो में सवार कर अस्पताल भेज दिया गया. चिराग (Chirag Paswan) इस दौरान घायल व्यक्ति को सहारा देते नजर आए.
Chirag Paswan की लोगों ने की तारीफ
बता दें (Chirag Paswan) कि देश की सर्वोच्च अदालत ने भी सड़क हादसों में जान बचाने वाले ‘फरिश्ते’ को कानूनी रूप से संरक्षण दिया है. पुलिस घायल व्यक्ति को बचाने वाले नेक दिल इंसान से पूछताछ नहीं कर सकती. पूछताछ के नाम पर पुलिस मदद करने वाले नेक इंसान को किसी भी तरह से परेशान नहीं कर सकती. इसके लिए न्यायालय द्वारा संरक्षण भी मिला हुआ है. दुर्घटना पर अक्सर लोग घायलों को देखने के लिए जमा हो जाते हैं लेकिन (Chirag Paswan) उनकी मदद से इसी डर से नहीं होता कि पुलिस उन्हें आगे परेशान करेगी.
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