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Aniruddhacharya Maharaj : हमारे देश में ऐसे कई जाने-माने कथावाचक हैं जिन्हें सुनने के लिए लाखों लोगों की भीड़ उमड़ती है. लोग कथा सुनने के लिए दूर-दूर से आने के लिए तैयार रहते हैं. ये कथावाचक लोगों को भागवत कथा से लेकर रामायण तक का पाठ सुनाते हैं. आम लोगों के साथ-साथ नेताओं और सेलेब्रिटीज कि भी लंबी कतार लगी रहती है. लेकिन इन सबके बीच आज हम आप लोगों को देश के उन कथावाचक के बारे में बता रहे हैं जो कि कथा के साथ-साथ परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं. जो एक जाने-माने कथावाचक (Aniruddhacharya Maharaj) हैं, यहां हम आपको उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में विस्तार से बता रहे हैं.

Aniruddhacharya Maharaj की बहुत हैं फैन फॉलोइंग

Anirudddhacharya Maharaj
ये कथावाचक और कोई नहीं बल्कि श्री अनिरुद्धाचार्य जी महाराज हैं. ये बेहद सामन्य परिवार से आते हैं. इनका जन्म 27 सितंबर 1989 मध्य प्रदेश के दमोह जिले के रिंझा नामक गांव में हुआ था. अनिरुद्धाचार्य जी (Aniruddhacharya Maharaj) महाराज के परिवार में छह सदस्य हैं जिनमें उनकी पत्नी, दो बच्चे और उनके माता-पिता शामिल हैं. उनके पिता का नाम अजितानंद गिरि है, जो भागवताचार्य रह चुके हैं. उनकी पत्नी भी गुरु माता और प्रवचन उपदेश के साथ भजन गायन का कार्य करती हैं.

अनिरुद्धाचार्य महाराज का परिवार

Anirudddhacharya Maharaj
श्री अनिरुद्धाचार्य जी (Aniruddhacharya Maharaj) महाराज का विवाह गुरु माता से हुआ था. हालांकि अभी तक उनकी पत्नी का असली नाम मीडिया के सामने नहीं आया हैं. महाराज जी की निजी जिंदगी के बारे में बात करें तो उनके विवाह और पारिवारिक जीवन में  शामिल है. उनकी पत्नी को लोग गुरुमाता के रूप में जानते हैं, लेकिन उनका असली नाम अभी तक मीडिया में नहीं आया है. उनकी पत्नी को भी उनकी तरह ही भजन बहुत पसंद हैं. वह एक भजन गायक भी हैं. अनिरुद्धाचार्य के दो बच्चे भी हैं.

गुरु माता के नाम से जानते है महाराज के भक्त

Aniruddhacharaya Maharaj
वहीं, महाराज जी (Aniruddhacharya Maharaj) के माता-पिता उन्हीं के साथ रहते हैं. साथ ही वह अपने बच्चों का पालन-पोषण भी करते हैं. श्री अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का बचपन का आर्थिक विषमता में बीता था. जिसकी वजह से उन्हें अपनी मौलिक शिक्षा पूरी तरह से नहीं मिली. लेकिन उन्होंने अन्य जगहों से सीखना और पढ़ना जारी रखा. अनिरुद्ध महाराज बचपन में ही वृंदावन गए थे और उन्होंने सभी हिंदू धर्मग्रंथों के साथ मिलकर संस्कृत का अध्ययन किया था. अनिरुद्ध जी की शिक्षा गुरु संत गिर्राज महाराज के सानिध्य में पूरी हुई थी.

सोशल मीडिया पर काफी वायरल है महाराज

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आज के दौर में वह (Aniruddhacharya Maharaj) सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं. यूट्यूब और अन्य टीवी नेटवर्क के माध्यम से वह लोगों तक आध्यात्मिक चर्चा करते रहते हैं. जब से अनिरुद्धाचार्य जी ने अपने प्रवचनों के वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किए तभी से ये लोगों को काफी पसंद आने लगे हैं. लाखों लोग यूट्यूब और सोशल मीडिया के माध्यम से अनिरुद्धाचार्य जी की भागवत देखते और सुनते हैं. आज अनिरुद्धाचार्य जी (Aniruddhacharya Maharaj) महाराज के यूट्यूब चैनल पर 11 मिलियन से भी ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं. जिससे वे हर महीने लाखों रुपए कमाते हैं.
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