Chhath Puja 2025: बिहार का प्रमुख त्योहार 25 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा. इसकी तैयारी में सभी नदियों और घाटों की साफ-सफाई की जा रही है. बता दें कि छठ पूजा का व्रत सबसे कठिन कहा जाता है. छठ पर्व (Chhath Puja 2025) पर सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा की जाती है. सभी महिलाएं 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखकर पूजा-अर्चना करती हैं. बता दें कि छठ पूजा का पर्व मुख्य रूप से सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित है. लेकिन इस पूजा को खास बनाती हैं, भक्तों की भीड़ से लदे छठ घाट. जहां भक्ति का सबसे प्यारा नजारा देखने को मिलते हैं, कैसे महिलाएं ठिठुरती हुई पानी में खड़ी रहती हैं. चलिए तो आज हम आपको इस पावन मौके पर बिहार छठ (Chhath Puja 2025) के प्रमुख घाटों के बारे में बताते हैं……..
1. देव सूर्य मंदिर, औरंगाबाद
बिहार के प्रसिद्ध घाटों में ओरंगाबाद का देव सूर्य मंदिर विशेष रूप से छठ महापर्व के लिए जाना जाता है. यह मंदिर बेहद प्राचीन है और हर साल छठ पर्व के दौरान यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. मंदिर परिसर में स्थित सूर्यकुंड तालाब इस पर्व का मुख्य आकर्षण माना जाता है.
2. कष्टहरणी घाट, मुंगेर
दूसरे नंबर पर कष्टहरणी घाट है, जो मुंगेर में है. यहां हर सालों लाखों की संख्या में भक्त आते हैं. छठ महापर्व पर तो मानो जैसे पूरा भारतवर्ष ही यहां आ बसा हो. पुरानी मान्यता है कि यहां नदी में स्नान करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. यह घाट इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि, भगवान राम और माता सीता ने भी यहां स्नान किया था।
3. कोनहारा घाट, हाजीपुर
तीसरे नंबर पर कोनहारा घाट, हाजीपुर है. बता दें कि हाजीपुर का कोनहारा घाट गंडक और संगम पर स्थित एक पवित्र और ऐतिहासिक नदी तट है. इतना ही नहीं ये घाट अनुष्ठानों, पूजा-पाठ और दाह-संस्कार के लिए खास है. इसका नाम गज (हाथी) और ग्राह (मगरमच्छ) की पौराणिक कथा से निकला है. छठ के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ लगती है.
4. फल्गु नदी घाट, गया
गया का फल्गु नदी घाट सबसे पवित्र माना जाता है. यहां पर पितरों के लिए तर्पण किया जाता है. यह नदी हिंदू और बौद्ध दोनों धर्मों द्वारा पूजी जाती है और इसके तट पर प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर स्थित है. हिंदू कथाओं के अनुसार, माता सीता ने इस नदी को श्राप दिया था कि, ये सूखी रेत की बन जाएगी. अंतत: ये नदी भूमिगत बहती है.
5. बरारी घाट, भागलपुर
लिस्ट में पांचवें और आखिरी नंबर पर भागलपुर में स्थित बरारी घाट है. हर साल बरारी घाट पर छठ पूजा के लिए लाखों लोग आते हैं. यहां पर छठ पर्व पर भी दूर-दूर से लोगों का हुजूम देखने को मिलता है.