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 Dhanteras: धनतेरस के मौके पर सिर्फ धन और समृद्धि के लिए ही अचूक उपाय नहीं किए जाते हैं बल्कि दीर्घायु और स्वास्थ्य की भी कामना की जाती है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार, इस दिन यमराज को दीपक दान करने से अकाल मृत्यु के भय को टाला जा सकता है। आइए तो आगे जानते हैं कि इस बार धनतेरस 2025 (Dhanteras) के मौके पर यम दीपम जलाने का अचूक उपाय कैसे करें और क्या है विधि-विधान?

1. यम दीपम जलाना 

यह धनतेरस (Dhanteras) का सबसे प्रमुख और अनिवार्य अनुष्ठान है, जिसे यम दीपदान भी कहा जाता है। मान्यता है कि दीपदान करने से यमराज प्रसन्न होते हैं और परिवार को अकाल मृत्यु का भय खत्म करते हैं. बता दें कि, आटे का एक चौमुखी दीपक तैयार करें। इसमें सरसों का तेल भरें और चारों बत्तियां जला दें। फिर इसे घर के सभी सदस्यों के सोने से पहले  मुख्य द्वार के बाहर या आंगन में दक्षिण दिशा की ओर मुख करके रख दे. लेकिन इस बात का खास ध्यान रखें कि दीपक घर का बुजुर्ग सदस्य ही जलाए.

2. 13 दीपक जलाना

धनतेरस (Dhanteras) के दिन 13 दीपक जलाना भी बेहद शुभ माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार, इस दिन 13 सरसों के दिए जलाकर उनमें कौड़ी डालनी चाहिए. इसके बाद घर के हर कोने में रख देना चाहिए. आधी रात में दीयों से कौड़ियां निकालकर घर के किसी कोने में चुपके से दबा देना चाहिए. धनतेरस के पर्व पर ये टोटका करने से घर से सारी नकरात्मक ऊर्जा चली जाती है और सुख-समृद्धि आती है.

3. धन्वंतरि पूजन और प्रार्थना

धनतेरस (Dhanteras) पर आयुर्वेद और चिकित्सा के देवता भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था. इस दिन उनकी धन्वंतरि का पूजा करना शुभ माना जाता है. उनके पूजन से उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु प्रदान प्राप्त होती है. बता दें कि पूजा के समयरोग मुक्ति के लिए ‘ॐ धन्वंतरये नमः’ मंत्र का जाप करना चाहिए. 

4. तुलसी के पौधे के पास दीपदान
तुलसी को देवी लक्ष्मी का दूसरा रूप कहा जाता है. जिनकी उपस्थिति से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है. इसलिए धनतेरस (Dhanteras) के दिन शाम को तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक अवश्य जलाएं. ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और सभी कष्ट दूर होते हैं.

 5. धनतेरस की कथा 

धनतेरस (Dhanteras) के दिन यमराज और राजा हेमा के पुत्र की कथा सुनने से अकाल मृत्यु का भय टल जाता है. शास्त्रों के अनुसार, शाम के समय पूजा के बाद पूरे परिवार को मिलकर यम कथा का पाठ या श्रवण करना चाहिए. मान्यता है कि, धनतेरस पर दीपदान करने और कथा सुनने से यमराज के प्रकोप से मुक्ति मिलती है.

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Preeti Baisla is a content writer and editor at hindnow, where she has been crafting compelling digital stories since 2022. With a sharp eye for trending topics and a flair for impactful storytelling,...