क्रिकेट (Cricket) को हमेशा से ही जेंटलमैन गेम कहा जाता है. दुनिया भर में क्रिकेट के काफी ज्यादा फैन्स है. बेहतर प्रदर्शन के चलते हमेशा ही खिलाडी अपनी जगह इंटरनेशनल टीम में पक्की करना चाहते है. खराब प्रदर्शन के चलते टीम से ड्राप होते हुए तो आपने काफी खिलाडियों को देखा है लेकिन अगर हम कहे की कभी-कभी अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भी खिलाडी को टीम से निकला जाये तो क्या होगा.
किसी भी खिलाडी के लिए अपने देश की क्रिकेट टीम में खेलना एक सपना साकार होने जैसा है. लेकिन कुछ प्लेयर इस सपने को संभाल नही पाते और विवादों के चलते सुर्ख़ियों में छाए रहते है. और इसी कारण से कभी कभी उन्हें टीम से बाहर का भी रास्ता देखने पड़ता है. तो चलिए आज नज़र डालते है ऐसे ही 5 खिलाडियों पर जो विवादों के चलते टीम में अपनी जगह खो दिए है:
1. एस. श्रीसंथ (भारत)
श्रीसंथ इंडियन क्रिकेट (Indian Cricket Team) टीम में काफी शानदार तरीके से अपनी जगह बनायीं थी. कई बार उन्होंने अपने प्रदर्शन के दम पर टीम की जीत में अहम योगदान भी दिया है. इंडिया के पहली T20 वर्ल्ड कप जीत में भी श्रीसंथ शामिल थे. अपनी तेज़ गति और थोडा आक्रामक गेंदबाजी के लिए चलते वो दर्शकों को काफी पंसद आते थे.
लेकिन इस 37 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ ने आईपीएल के दौरान एक ऐसा काम किया जिसके चलते उनके क्रिकेट करियर ही खत्म हो गया. श्रीसंथ ने राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए मैदान पर मैच फिक्सिंग के चलते अपने लिए बड़ी मुसीबत कड़ी कर ली. फैन्स को विश्वास ही नही हुआ की इस्ला पसंदीदा खिलाडी ऐसा भी कोई काम कर सकता है. वैसे तो बाद में उनको इलज़ाम से बरी कर दिया गया लेकिन उनका करियर दोबारा पटरी पर नहीं आ पाया.
2. मोहम्मद आसिफ (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के सबसे काबिल और टैलेंटेड गेंदबाजों में से एक मोहम्मद आसिफ ने साल 2006 में अपनी टीम के लिए डेब्यू किया था. वो गेंद को दोनों दिशाओं में स्विंग करवाने में माहिर खिलाडी थे. शुरुआती दिनों में काफी शानदार प्रदर्शन के चलते वो बड़ी जल्दी दुनिया भर में लोकप्रिय हो गये थे. उनकी तुलना अकरम और वकार युनिस से होने लगी थी. पर शायद इतनी लोकप्रियता को संभाल नहीं पाये और फिर उनका नाम विवादों से जुड़ता चला गया.
सबसे पहले आसिफ को ड्रग टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) ने उन्हें एक साल के लिए बैन कर दिया. इसके बाद साल 2008 में स्टेरॉयड के इस्तेमाल के चलते उनपर फिर से बैन लगा दिया गया. पर आसिफ कहा ही मानने वाले थे उन्हें साल 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ मैच फिक्सिंग में भी दोषी पाया गया. पैसे के लिए नो बॉल फेकनें की वजह से उन्हें एक साल जेल और 5 साल का बैन की सजा दी गयी और उनका क्रिकेट करियर खत्म हो गया.
3. अम्बाती रायडू (इंडिया)
भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के अनुभवी बल्लेबाज़ अम्बाती रायडू भी एक समय पर इंडियन टीम का अहम् हिस्सा थे. आईपीएल में साल 2018 में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया और उन्हें दोबारा टीम इंडिया में जगह मिली और वो इंडिया के लिए लगातार काफी मैच खेले. खेले गये मैचों में उनका प्रदर्शन काफी बेहतर रहा. लेकिन वर्ल्ड कप की टीम न चयनित न हो पाने के चलते रायडू चयनकर्ता से काफी नाराज़ हो गये और उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकली.
सोशल मीडिया पर अम्बाती रायडू ने सेलेक्टर्स पर कमेंट कर दिया जिसकी वजह से उनको काफी आलोचना भी झेलनी पड़ी. इस कोम्मेंक्ट के बाद उनका करियर लगभग खतम ही हो गया और वो दोबारा कभी टीम में नहीं चुने गये. अभी वो चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से आईपीएल में खेल रहे है.
4. केविन पीटरसन (इंग्लैंड)
इंग्लैंड क्रिकेट (England Cricket) में केविन पीटरसन एक काफी बड़ा नाम है. काफी समय तक वो टीम को जीत दिलवाने खिलाडियों की सूची में सबसे आगे नज़र आते थे. उन्होंने टीम के लिए काफी रन भी बनाये और उनके द्वारा बनाये आंकड़े उनकी प्रतिभा दिखाते है. साल 2008 में केविन को इंग्लैंड की टीम का कप्तान बनाया गया था और उन्होंने 4-0 से अपनी पहली सीरीज में साउथ अफ्रीका को हराया. कई साल तक सेवाएँ देने के बाद उनका नाम भी विवादों में रहना शुरू हो गया.
सबसे पहले उन्होंने यह साफ़ कहना शुरू कर दिया की वो Peter Moores के साथ खेलने में कम्फ़र्टेबल नहीं है. इसके बाद ECB ने उन्हें कप्तान के पद से हटा दिया. इसके बाद उन्होंने ODI क्रिकेट से संन्यास ले लिए क्योकि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड उन्हें आईपीएल खेलने की अनुमति नहीं दे रहा था. इसके बाद साउथ अफ्रीका के खिलाडियों को भेजे गये मैसेज सार्वजानिक हो गये और उसके बाद से वो टीम से बाहर हुए और काफी वापस नहीं आये.
5. एंड्रू साइमंड्स (ऑस्ट्रेलिया)
एंड्रू साइमंड्स ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट (Cricket Australia) में सबसे बड़े नामों में से एक है लेकिन उनका क्रिकेट करियर भी उनकी गलत आदतों की वजह से जल्दी खत्म हो गया. एंड्रू साइमंड्स एक काफी एर्रोगंट क्रिकेट माने जाते है. साल 2005 में शराब पीने की वजह से उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ टीम से ड्राप किया गया था. क्रिकेट ऑस्टेलिया ने उनपर फाइन भी लगाया था. इसके बाद वो टीम मीटिंग से भी गायब रहे जिसके चलते उन्हें अनिश्चित काल के लिए टीम से बाहर कर दिया.
सबसे बड़ा विवाद हुआ साल 2009 में जब उन्होंने एक रेडियो स्टेशन पर दिए गये एक इंटरव्यू में आपतिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (Cricket Australia) ने उनके कॉन्ट्रैक्ट को अपडेट किया और उनको पब्लिक प्लेस में शराब पीने से मना कर दिया. हरभजन से मंकीगेट भी एक बड़ा विवाद साबित हुआ और उसके बाद से ही वो टीम से बाहर रहे और उनका करियर समाप्त हो गया.
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