नई दिल्ली. हैदराबाद के मोहम्मद सिराज ऑस्ट्रेलिया के आगामी दौरे पर भारत की टेस्ट टीम में पांचवें तेज गेंदबाज के रूप में जगह बनाने के लिए मुंबई के शारदुल ठाकुर को चुनौती देंगे, जबकि भारत की संयुक्त टीम में जगह बनाने के लिए गुजरात के बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल भी दावेदार होंगे। चार टेस्ट मैचों की बहुप्रतीक्षित सीरीज से पहले सीमित ओवरों की दो सीरीज (टी20 और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय) भी होंगी और ऐसे में सुनील जोशी की अध्यक्षता में इस हफ्ते बैठक करने वाली चयन समिति के सभी तीनों प्रारूपों के लिए टीम में अधिक खिलाड़ियों को जगह देने की उम्मीद है।
दो सीनियर तेज गेंदबाजों सीरीज से बाहर होने की आशंका
आपको बता दे कि दो सीनियर तेज गेंदबाजों भुवनेश्वर कुमार (जांघ की चोट) और ईशांत शर्मा (मांसपेशियों में खिंचाव) के सीरीज से बाहर होने की आशंका है और ऐसे में मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव के साथ नवदीप सैनी का चौथे तेज गेंदबाज के रूप में चुना जाना तय है। पांचवें तेज गेंदबाज की जगह सिराज को दी जा सकती है जिन्होंने भारत ए और रणजी ट्रॉफी टीम की ओर से लंबे प्रारूप के मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है।
नई गेंद को स्विंग कराने की क्षमता रखने वाले शारदुल भी टीम में जगह बनाने के लिए चुनौती पेश करेंगे। वेस्टइंडीज के खिलाफ उनका टेस्ट पदार्पण बुरे सपने की तरह रहा था जब वह पहले ओवर में ही मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैच से बाहर हो गए। चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने मंगलवार को पीटीआई से कहा, ”सिराज ने पिछले कुछ सत्र में भारत ए के लिए काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। मुझे लगता है कि वे लाल गेंद का बेहतर गेंदबाज है और ऑस्ट्रेलियाई हालात में काफी उपयोगी साबित हो सकता है।”
दीपक चाहर का सफेद गेंद के प्रारूप में
प्रसाद के अनुसार नई चयन समिति शिवम मावी पर भी गौर कर सकती है जिनमें निकट भविष्य में सभी प्रारूपों का गेंदबाज बनने की क्षमता है।शारदुल और चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के उनके साथी दीपक चाहर का सफेद गेंद के प्रारूप में टीम में जगह बनाना लगभग तय है जहां उमेश को जगह मिलने की संभावना नहीं है। जहां तक विकेटकीपरों का सवाल है, तो टीम में चार विकेटकीपर होंगे। सीमित ओवरों के प्रारूप में लोकेश राहुल पहली पसंद होंगे, जबकि ऋषभ पंत और संजू सैमसन (सिर्फ टी20) उनका साथ देंगे। टेस्ट प्रारूप में रिद्धिमान साहा भी टेस्ट टीम का हिस्सा होंगे।
सलामी बल्लेबाजों के रूप में रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल सभी प्रारूपों के लिए उपलब्ध रहेंगे। राहुल और शिखर धवन सीमित ओवरों में इस भूमिका के दावेदार होंगे और ऐसे में भारत के पास छह ऐसे खिलाड़ी हैं जो नई गेंद का सामना करने में सक्षम हैं। मध्यक्रम में जिम्मेदारी कप्तान विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे और हार्दिक पंड्या (सभी सीमित ओवरों के प्रारूप में) के कंधों पर होगी। हार्दिक के गेंदबाजी नहीं करने के कारण शिवम दुबे को बैकअप ऑलराउंडर के रूप में सीमित ओवरों के प्रारूप में जगह मिल सकती है।
सीमित ओवरों के प्रारूप में स्पिन विभाग का जिम्मा
संभावित टीम (सभी प्रारूपों में): विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, हनुमा विहारी, केएल राहुल, शिखर शुभमन गिल, धवन, पृथ्वी साव, मयंक अग्रवाल, मनीष पांडे, श्रेयस अय्यर, हार्दिक पंड्या, ऋषभ पंत, संजू सैमसन, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, युजवेंद्र चहल, रिद्धिमान साहा,वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज जसप्रीत बुमराह, नवदीप सैनी मोहम्मद शमी, उमेश यादव, , दीपक ठाकुर, अक्षर पटेल और शार्दुल ठाकुर।
सीमित ओवरों के प्रारूप में स्पिन विभाग का जिम्मा वॉशिंगटन सुंदर (सिर्फ टी20), युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा को दिए जाने की उम्मीद है। इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से प्रभाव छोड़ने वाले अक्षर पटेल को भी मौका मिल सकता है। टेस्ट मैचों में आर अश्विन और जडेजा का चुना जाना लगभग तय है, जबकि कुलदीप यादव को भी टीम में शामिल किया जा सकता है। हनुमा विहारी, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे टीम में टेस्ट विशेषज्ञ होंगे। अस्थाई कार्यक्रम के अनुसार दौरे की शुरुआत नवंबर में सीमित ओवरों के मैचों के साथ होगी, जबकि टेस्ट श्रृंखला दिसंबर के मध्य में शुरू हो सकती है।