टी20 विश्व कप में सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) हर किसी टीम के लिए मुसीबत बने हुए है। उनका बल्ला हर मुकाबले में थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूर्या हर मुकाबले में धुंआधार पारी खेल रहे और टीम इंडिया को जीत दिला रहे है। इस टूर्नामेंट में अब तक उन्होंने 5 मुकाबले खेले हैं और इस दौरान उन्होंने 225 रन बनाए हैं। वहीं उनकी इन पारियों में तीन अर्धशतक भी शामिल रहे। इसी के साथ अब तक उन्होंने टी20 विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। बहरहाल, हर किसी की जुबान पर सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) का नाम छाया हुआ हैं। वहीं उनकी इस सफलता का राज उनकी पत्नी से जुड़ा हुआ है।
टी20 विश्व कप में Suryakumar Yadav ने दिखाई अपनी लय

दरअसल भारतीय मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज सूर्यकुमार (Suryakumar Yadav) इस टी20 विश्व कप में अपने शानदार प्रदर्शन से हर किसी को हैरान कर रहे है। उनकी घातक बल्लेबाजी देखकर क्रिकेट जगत में भी खलबली मच गई है कि कोई ऐसी खतरनाक बैटिंग कैसे कर सकता है। वहीं भारतीय टीम में उनके शामिल होने से बहुत फायदा हुआ है। सूर्या की ही पारी के दम पर भारत ने सेमीफाइल की राह तय की है। वहीं, बीते मुकाबले में नीदरलैंड को हराने के बाद सूर्यकुमार यादव की इस फॉर्म का हाल ही में खुलासा हुआ है।
बता दें कि 32 वर्षीय भारतीय टीम के स्टार सूर्यकुमार (Suryakumar Yadav) की सफलता में उनकी देविशा शेट्टी का अहम योगदान है। जानकारी के अनुसार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आये सूर्यकुमार यादव की पत्नी मैच से पहले एक नियम हमेशा दोहराती हैं। वो उनका फोन मैच के काफी समय पहले ले लेती हैं। जिससे सूर्या पर किसी भी किस्म का ग़ैर-ज़रूरी दबाव न पड़े और वो अपने मेंटल जोन में रहते हुए खुल कर बैटिंग कर सकें।
ज़िम्बावे के खिलाफ ऑफ़ द मैच चुने मिला अवॉर्ड

बता दें कि रबीते विवार को ज़िम्बावे के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के चलते सूर्यकुमार (Suryakumar Yadav) को ऑफ़ द मैच चुना गया था। अवॉर्ड मिलने के दौरान उन्होंने अपनी सफलता के ऊपर खुलकर बात करते हुए कहा था कि, उनका दिमाग में पहले से ही सब कुछ साफ होता है कि उन्हें मैच में किस तरह से खेलना है और क्या करना है। आगे उन्हें इसी बारे में बात करते हुए कहा कि,
“मैं कुछ अलग करने की कोशिश नहीं कर रहा हूं। मैं नेट्स में भी इसी तरह बल्लेबाजी करता हूं। ऐसे बल्लेबाजी करना वास्तव में अच्छा लग रहा है। हालांकि, मैं जब भी बल्लेबाजी करने आता हूं तो हमेशा यही सोचता हूं कि आपको हमेशा शून्य से शुरू करना होता है।”