लखनऊ: उत्तर प्रदेश में के कई नदियों के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति है। बाराबंकी अयोध्या, गोरखपुर के कई निचले इलाकों में नदियां उफान पर हैं। लोगों के घर खेत सभी इस बाढ़ के कारण डूब चुके हैं राप्ती, गंगा, सरयू और घाघरा समेत कई नदियाँ उफान पर है। इसी बीच मौसम विभाग ने एक बड़ी घोषणा कर दी है, जिसका अंज़ाम बुरा हो सकता है।
मौसम विभाग का अनुमान
लखनऊ में मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि अगले दो से तीन घंटों में उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश और तूफ़ान की संभावनाएं हैं। बड़ी बात ये है कि मौसम विभाग द्वारा जिन क्षेत्रों की बात की गई है। इनमें से कई बाढ़ प्रभावित जिले हैं ऐसे में ये बारिश लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है।
Rain/thundershowers&lightning very likely to occur during next 3 hours (valid up to 12:15 hrs) at few places over Ballia, Gorakhpur, Sant Kabir Nagar, Basti, Ambedkar Nagar, Sultanpur, Azamgarh, Barabanki, Sitapur, Hardoi. districts&adjoining areas: Meteorological Centre, Lucknow
— ANI UP (@ANINewsUP) July 24, 2020
कौन से हैं जिले
दरअसल मौसम विभाग ने बताया है कि आज तीन घंटे तक कुछ जिलों में भारी बारिश की संभावना है। जिनमें बलिया, संत कबीरनगर, गोरखपुर, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, आजमगढ़, बाराबंकी, समेत हरदोई के कुछ इलाकों में बारिश के साथ बिजली गिरने की भी संभावनाएं हैं।
बाढ़ से प्रभावित जिले
आपको बता दें कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिले इस वक्त बाढ़ से प्रभावित हुए हैं जिनमें गोरखपुर, बहराइच, गोन्डा, सीतापुर, अयोध्या, बाराबंकी, कुशीनगर ज़िले शामिल हैं। यहां के लोग अपने निवास स्थान को छोड़कर ऊंची जगहों पर जान बचाने के लिए जा चुके हैं। हालांकि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों के साथ ही कोरोनावायरस के इस दौर में प्रशासन बाढ़ पीड़ितों के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है। मुख्यमंत्री भी योगी आदित्यनाथ भी बाढ़ को लेकर निगाह बनाएं हुए हैं।
ये भी पढ़े:
हाईकोर्ट के फैसले में सचिन पायलट गुट को मिली राहत, गहलोत खेमें को तगड़ा झटका |
राम मंदिर निर्माण के भूमिपूजन पर रोक की मांग, हाइकोर्ट में याचिका दायर |
देश में कोरोनावायरस से हुईं 30 हजार से ज्यादा मौतें, भारत की मदद को आगे आया इजराइल |
कैबिनेट मंत्री को कोरोना पॉजिटिव होते ही भोपाल में 24 जुलाई से पूर्ण लॉकडाउन |