इंडियन क्रिकेट टीम के पास अब एक से बढ़कर एक खिलाडी है जो टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी जगह बना चुके है या बनाने की काबिलियत रखते है. ऐसे में हार साल ही आईपीएल इवेंट के दौरान को कुछ ऐसे खिलाडी मिलते है जो अपनी शानदार फॉर्म की वजह से इंडियन टीम में अपनी जगह बना लेते है. जिसका सबसे अच्छा उदहारण ईशान किशन, हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव आदि है.
इंडियन टीम टी20 इतिहास की सबसे पहली टीम थी जिन्होंने T20 वर्ल्ड कप जीता था. जिस तरह 83 वर्ल्ड कप के बाद इंडिया में क्रिकेट लोकप्रियता अलग ही लेवल पर पहुँच गयी ठीक उसी तरह T20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद उसका क्रेज भी बहुत बढ़ गया.
नए T20 खिलाडियों के अच्छा प्रदर्शन करने के बाद जो खिलाडी एक बार टीम से बाहर हो जाते है उनकी टीम में वापसी सिर्फ अच्छे प्रदर्शन के बाद ही हो सकती है लेकिन आईपीएल में एवरेज प्रदर्शन की वजह से कुछ इंडियन क्रिकेटर है जिनकी T20 टीम में वापसी के रास्ते लगभग बंद हो गये है. तो चलिए नज़र डालते है ऐसे ही 5 इंडियन प्लेयर्स पर:
1. वरुण चक्रवर्ती
तमिलनाडू के वरुण चक्रवर्ती ने हाल ही में इंडियन टीम में डेब्यू किया था. अपनी फिटनेस और इंजरी की वजह से वो काफी बार टीम से बाहर भी हुए है. उन्होंने इंडिया के लिए अभी तक सिर्फ 6 T20 मैच खेले है जिसमें उन्होंने 66 की एवरेज से 2 विकेट अपने नाम किये है.
पिछले आईपीएल सीज़न में वरुण ने शानदार प्रदर्शन किया था उन्होंने पिछले साल 17 मैच खेले थे और 24 की एवरेज से 18 विकेट चटकाए और उस से पहले साल 2020 में भी उन्होंने सिर्फ 21 की औसत से 17 विकेट अपने नाम किये थे. इसी अच्छे प्रदर्शन के तौर पर उन्हें टीम में शामिल किया गया था.
साल 2021 में उन्हें T20 वर्ल्ड कप की टीम में भी चुना गया था लेकिन टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन के चलते वो इसके बाद उन्हें टीम के लिए एक भी मैच खलने का मौका नहीं मिला. आईपीएल 2022 में उनका खराब प्रदर्शन जारी है. इस साल भी उन्होंने अभी तक सिर्फ 6 मैच खेले है और 66 की एवरेज से दो विकेट लिए है जिसमें 8.82 इकॉनमी रेट से रन लुटाये है.
2. मनीष पांडे
इंडियन टीम के एक समय पर नियमित सदस्य मनीष पांडे पिछले काफी समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे है. उन्हें कई मौकें इंडिया टीम में चुना गये लेकिन खराब प्रदर्शन के चलते वो मौके भुना ही नहीं पाए. आईपीएल में भी 2008 से वो खेल रहे है. साल 2008 में उन्हें मुंबई इंडियन ने अपनी टीम के साथ जोड़ा था.
साल 2009 में RCB के लिए खेलने वाले मनीष को भले ही सिर्फ 5 मैच खेलने का मौका मिला लेकिन उन्होंने 84 के एवरेज से 168 रन बनाये जिसमें एक शतक भी शामिल है. इसके बाद हर साल औसत से बेहतर प्रदर्शन के चलते उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली. लेकिन टीम इंडिया में जगह बनाने के बाद वो नियमित अच्छा प्रदर्शन ना कर पाने की वजह से टीम से अंदर बाहर होते थे.
लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) ने उन्हें नीलामी में आईपीएल (IPL) 2022 के लिए 4.60 करोड़ रुपए में खरीदा. अभी तक, उन्होंने छह मैचों में 14.67 की औसत से केवल 88 रन बनाए हैं. इंडियन टीम के लिए श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, शुभमन गिल आदि अच्छा प्रदर्शन के चलते टीम में अपनी जगह पक्की कर रहे है इसलिए उम्मीद है की मनीष पांडे शायद ही इंडियन टीम के लिए खेलते हुए दिख पाए.
3. विजय शंकर
इंडियन टीम में हार्दिक पंड्या के चोटिल होने के बाद विजय शंकर को उनके अल्टरनेटिव के तौर पर टीम में शामिल किया गया था. शंकर एक बैटिंग आलराउंडर है जो फ़ास्ट बोलिंग करते है. साल 2014 में आईपीएल की शुरुआत करने वाले शंकर ने अपने शुरूआती सालों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया. इसी के चलते उन्हें साल 2019 में वर्ल्ड कप में भी जगह मिली.
इंडिया के लिए उन्होंने अभी तक 9 T20 मैच भी खेले है जिसमें उन्होंने सिर्फ 101 रन बनाये है और विकेट केवल 5 ही चटका पाए है. साथ ही खेले गये वर्ल्डकप में भी उन्होंने कोई ख़ास प्रदर्शन नहीं किया था. अगर आईपीएल प्रदर्शन की बात करे वो मौजूदा सीज़न में कोई ख़ास प्रदर्शन नहीं किया है.
वेंकटेश अय्यर की ही तरह वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन के चलते विजय शंकर भी टीम से बाहर ही चल रहे है और इस आईपीएल में वो बल्ले और बॉल दोनों से ही निराश कर रहे है तो उम्मीद है की विजय शंकर भी आपको आने समय में इंडियन टीम के लिए शायद ही कभी खलेते हुए दिखाई दें.
4. क्रुणाल पांड्या
इंडियन टीम के लिए सबसे बेहतर स्पिन आलराउंडर के तौर पर रविन्द्र जडेजा का नाम ही याद आता है. हार्दिक पंड्या के भाई क्रुणाल पांड्या मुंबई इंडियन्स के लिए शानदार प्रदर्शन किया है. साल 2016 से मुंबई इंडियन्स के लिए अपना आईपीएल डेब्यू करने वाले क्रुणाल ने अच्छे प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया में अपनी जगह बनायीं.
इंडियन टीम के लिए बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स खिलाड़ी 19 T20 मैच खेले है. इन मैचों में उन्होंने 36.93 की औसत से 15 विकेट अपने नाम किये है. साथ ही 130 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से 124 रन भी बनाये है. मुंबई के लिए शानदार प्रदर्शन के बाद लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए भी इनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन वो उम्मीद पर खरे नहीं उतर पाए.
इस साल आईपीएल 2022 में उन्होंने 10 मैचों में सिर्फ 9 विकेट अपने नाम किये है तथा 128 रन ही बनाये है. क्रुणाल की उम्र भी 31 से ज्यादा हो चली है तो अगर टीम एक लम्बे समय के लिए टीम के लिए एक आल राउंडर को सोचती है तो क्रुणाल उसमें अक्षर पटेल, राहुल तेवतिया, और वाशिंगटन सुंदर जैसे स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडरों की वजह से उनको टीम में जगह शायद ही मिले.
5. खलील अहमद
राजस्थान इस बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ ने अपना आखरी इंटरनेशनल मैच 2019 खेला था. उन्होंने इंडियन टीम के लिए अभी तक 11 ODIs और T20 मैच खेले है. जिसमें क्रमश उन्होंने 15 और 13 विकेट अपने नाम किये है. अहमद ने 2018 में ईडन गार्डन्स, कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के लिए अपना टी20 डेब्यू किया था.
आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए साल 2022 में खलील अहमद खेल तो रहे है लेकिन उनका प्रदर्शन उनकी प्रतिभा के अनुरूप नहीं है. वो विकेट तो चटकते है लेकिन उनके रन लूटने की गति पर रोक नहीं लग पति और डेथ ओवर में वो काफी रन दे देते है. खलील के आईपीएल (IPL) करियर की बात करें तो उन्होंने 30 आईपीएल (IPL) मैचों में 43 विकेट चटकाए हैं.
खलील 2016 अंडर-19 विश्व कप में ऋषभ पंत और ईशान किशन के साथ थे. बहुत सारे तेज गेंदबाज हैं जो भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय टी-20 खेलने के दावेदार हैं. जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद सिराज और टी नटराजन को उनसे आगे रखा जा सकता है. कई समस्याओं के चलते खलील के लिए भारतीय टीम में वापसी करना आसान नहीं होगा.
और पढ़िए:
वनडे इतिहास के सबसे धीमी बल्लेबाज़ी करने वाले 5 खिलाडी, दो खिलाडी के नाम देख हो जायेंगे हैरान
IPL 2022 में शानदार प्रदर्शन कर रहे ये तीन खिलाडी जल्द दे सकते है इंटरनेशनल क्रिकेट में दस्तक