अखिलेश यादव हुए गिरफ्तार कहां बीजेपी कर रही लोकतंत्र की हत्या. आपको बता दें कन्नोज में अखिलेश को किसान आंदोलन में जाने से रोका गया है. पुलिस प्रशासन द्वारा अखिलेश को हिरासत में लेकरअखिलेश को उनके आवास पर 6 घंटे के लिए नजरबंद कर दिया गया.
लगातार 45 मिनट तक धरने पर बैठने के बाद पुलिस द्वारा उन्हें हिरासत में लिया गया.
जा रहे थे किसान आंदोलन में हिस्सा लेने
दरअसल समाजवादी पार्टी केअध्यक्ष अखिलेश यादव अपने आवास से किसान आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे की तभी उनकों प्रशासन द्वारा हिरासत में ले लिया गया. इसके साथ ही अखिलेश को उनको घर में ही 6 घंटे के लिए नजरबंद कर दिया गया. जिसके खिलाफ अखिलेश यादव ने जमकर विरोध किया और उनके समर्थको ने खूब बवाल काटा.
वही. गौतम पल्ली के थानाध्यक्ष चन्दशेखर सिंह द्वारा जानकारी दी गयी की सपा के मुखिया अखिलेश यादव का सोमवार को कार्यक्रम था और वहां के जिलाधिकारी ने उनको कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी. इस कारण सपा आवास की और जाने वाले मार्गो को सील कर दिया गया था.
सीआरपीसी की धारा 144 के तहत की गयी कार्यवाही
दरअसल अखिलेश यादव का सोमवार को कार्यक्रम था. उनके कार्यक्रम को योगी सरकार द्वारा कोरोना का हवाला देते हुए रोक दिया गया. जिसके विरोध में अखिलेश यादव विक्रमादित्य दित्य मार्ग पर धरने पर बैठ गए. इसके बाद अखिलेश यादव बैरिकेडिंग को तोड़ कर आगे बड़े और मीडिया का संबोधन किया. इसके बाद अखिलेश यादव आगे बढ़ ही रहे थे उनके साथ धक्का मुक्की कर दी गयी, तभी उनके साथ चल रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री रामूवालिया सड़क पर ही गिर पड़े तो अखिलेश यादव ने उन्हें सहारा देकर उठाया.
जिसके बाद थानाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह द्वारा अखिलेश पर सीआरपीसी की धारा 144 के उल्लंघन के तहत अखलेश यादव पर कार्यवाही करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया गया. अखिलेश को उनको घर में 6 घंटे के लिए नजरबंद कर दिया गया.
मीडिया से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने कहा की समाजवादी पार्टी किसानों आंदोलन में उनके 8 दिसंबर भारत बंद में उनके साथ खड़ी है. इसके आगे अखिलेश कहते है की जब योगी जी रेलिया करते है तब कोरोना कहा चला जाता है और मुझे कोरोना का हवाला देकर रोका जा रहा है. हम किसानो के साथ खड़े है और कल उनके कार्यकर्त्ता जगह-जगह किसानो के समर्थन में उनकी आवाज़ बुलंद करेंगे.
सपा के साथ ये पार्टिया भी समर्थन में आयीं सामने
आपको बता दे समाजवादी पार्टी के अलावा और भी पार्टियाँ है जो इस आंदोलन में मैदान में उतरी है. जैसे की दिल्ली की आप पार्टी, कांग्रेस, सिख समेत कई पार्टिया इस अंदौलन में किसानों के साथ अपना समर्थन दे रही हैं