अभी तो उसके हाँथ की मेहंदी भी नहीं छूटी थी कि उसका सुहाग ही उजड़ गया. भला होता भी क्यूँ न ऐसा उसके पति ने करतूत ही ऐसी की थी कि आठ शहीद पुलिस कर्मियों के घरों के तमाम सपने जार-जार हो गए. उनके घरों का सुख चैन एक पल मे छिन गया और सर से पिता का साया उठ गया और मांग भी उजड़ गई.
ऐसे मे उसके खुद के घर तो कहर आनी ही थी. अपने घर के साथ ही तमाम घरों का सुख चैन छीनने वाला और कोई नहीं हिस्ट्रीशीटर का दाहिना हाँथ अमर दुबे है. जिसको एनकाउंटर मे पुलिस ने 7 जुलाई की रात मार गिराया. उसकी 29 जून को ही शादी हुई थी. गांव की एक लड़की उसे पसंद आ गई थी. बस फिर क्या उसी से शादी की ठान ली, जबकि लड़की वाले आपराधिक होने के कारण तैयार नहीं थे.
इस पर कुख्यात विकास दुबे ने लड़की को उसके परिवार के साथ अपने घर बुला लिया और यहीं शादी करा दी। दो दिन लड़की विकास के घर पर रही थी। उसके बाद परिवार के साथ बिदा कर दिया गया। शादी की सिर्फ रस्म अदायगी भर हुई. परिवार के लोग ही शामिल हुए थे। कोई कार्ड नहीं बांटे गए, भव्य आयोजन नहीं हुआ।
विकास के करीबी 20-25 लोगों को ही शादी की दावत दी गई थी। गांव मे चर्चा रही की लड़की से ज़बरन शादी कराई गई थी. गौरतलब है कि 2 जुलाई को हिस्ट्रीशीटर विकास को दबोचने के लिए पुलिस टीम ने उसके घर पहुंचे थे लेकिन मुखबिरी के चलते उसे मालूम हो गया की पुलिस आ रही है. इस पर उसने अपने साथी बदमाशों को भी बुला लिया और पुलिस पर हमला बोल दिया. इस घटना मे 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे तो सात घायल.
कानपुर एनकाउंटर की इस घटना पर बड़ी संख्या मे पुलिस टीम फरार विकास को दबोचने के लिए जगह जगह दबिश दे रही है. इसी क्रम मे पुलिस ने अमर दुबे को मार गिराया है और एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है.
उत्तर प्रदेश की इस बड़ी घटना पर मुख्यमंत्री खुद बराबर नजर गड़ाए हुए है.
अमर के पास से मिली ऑटोमेटिक गन….

एसपी हमीरपुर श्लोक कुमार ने बताया कि आज सुबह हमीरपुर पुलिस व एसटीएफ की चेकिंग के दौरान अमर दुबे ने पुलिस बल पर फायरिंग की। दोनों तरफ से चली गोली में अमर दुबे घायल हुआ जिसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया जंहा डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गोली बारी में घायल इंस्पेक्टर मनोज शुक्ल व एक सिपाही को भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि अमर दुंबे के पास से ऑटोमेटिक गन व कई हथियार मिले है। इस समय घटनास्थल को चारों तरफ से घेर लिया गया है।
शूटरों के इंतजाम करता था अमर, घटना के बाद से पिता फरार…….
बिकरू गांव में सीओ समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद फरार दुर्दांत बदमाश विकास दुबे का भतीजा अमर ही शूटरों का इंतजाम करता था। हर घटना की ब्यूह रचना में अमर के जिम्मेदारी थी। वह रायफलधारियों के साथ हमेशा विकास के साथ ही रहता था। जरूरत पड़ने पर विकास शूटरों का इंतजाम करता था।
घटना वाले दिन भी विकास के घर पर ही असलहाधारियों के साथ घर मे मौजूद था। अमर के पिता संजीव दुबे गांव में खेती किसानी करते हैं। घटना के बाद से ही संजीव भी परिवार समेत घर छोड़कर फरार हैं।
ये भी पढ़े:
डिप्टी कलेक्टर बनने का सपना देख रहा सिविल इंजीनियर |
पुलिस के 3 घंटे की पूछताछ में इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए संजय लीला भंसाली |
जीडी बख्शी जिसने लाइव टीवी पर कश्मीरी नेता को दी माँ की भद्दी गालियाँ |
चीनी चैनल से गलती से खोल दी गलवान के चीन की नीच हरकत की पोल |
लद्दाख के विकास से परेशान है चीन |