दिग्गज बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम के पूर्व और सफल कप्तान थे। और आज भी उनकी तारीफ की जाय तो उतना ही कम है। भारतीय टीम के लिये जो किया वो भूलने वाले में से नही है अब वे इतिहास के पन्नो में सुनहरे अच्छर में लिखा जायेगा। हाल में धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने इसकी जानकारी एक सोशल मीडिया अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दी थी। जिसके बाद अपने फैंस और चाहने वालो को एक बड़ा झटका दिए। और ये काफी चर्चा का विषय बन गया।
माही का दिल है बड़ा
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद माही अब सिर्फ आईपीएल खेलते नजर आते हैं, महेंद्र सिंह धोनी के दरियादिली के बारे में जो शायद कोई नही जानता है। जिनकी दोस्ती की मिसाल प्रेरणा के लिए दिया जाता है। बता दें कि कैप्टन कूल इतने बड़े सेलिब्रिटी होने के बाद भी अपने दोस्तों से आम इंसान के तौर पर मिलते जुलते हैं। धोनी अपने दोस्तों के लिए बहुत कुछ किये और उनके चाहने वाले के लिये ये जानना जरूरी है।
इंसानियत की मिशाल हैं माही
आज हम कैप्टन कूल के व्यक्तिगत और इंसानियत के बारे में बतायेगे जिसके लिये दोस्ती एक मिसाल है। बहुत से ऐसे सेलिब्रिटी होते हैं, जो अपने करियर के ऊंचाइयों पर पहुंच कर अपने दोस्तों को भूल जाते हैं। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने इस को गलत साबित करते हुए एक मिसाल बनाया है। धोनी अपने दोस्तों से हमेशा एक आम इंसान जैसे मिलते है और अपने दोस्तों के लिये हर मौके पर हमदर्द के रूप में पेश आते हैं।
धोनी के बचपन का एक दोस्त संतोष लाल थे, जिसने धोनी को हेलीकॉप्टर शॉट मारना सीखाया था, लोग हेलीकॉप्टर शॉट के जनक धोनी को मानते हैं। लेकिन रणजी ट्रॉफी में धोनी के साथी खिलाड़ी संतोष लाल खेला करते थे। जिससे महेंद्र सिंह धोनी ने हेलीकॉप्टर शॉट सीखे थे।
बता दें कि जब धोनी अपने दोस्त संतोष से ये शॉट सीखने जाते थे तो उन्हें गर्म गरम समोसे खिलाने पड़ते थे। धोनी और संतोष बचपन से ही मित्र थे और शुरुआती दौर से संतोष के साथ क्रिकेट खेला करते थे। संतोष की बल्लेबाजी धोनी को काफी पसंद आती थी। यॉर्कर बाल पर संतोष जब सिक्सर मारते थे, तो धोनी बहुत प्रभावित होते थे। वहीं धोनी इंडिया टीम में एक कैप्टन के रूप में अपना नाम बनाया। इसके बाद से माही एक सेलिब्रिटी के तौर पर पहचाने जाने लगे।
धोनी ने दोस्त के लिए मंगाया हेलीकॉप्टर
धोनी को जब पता चला कि उनके दोस्त संतोष बीमार हैं और पेट की बीमारी से ग्रसित है और रांची में बेहतर इलाज संभव नही है। तो माही ने उनका इलाज दिल्ली के एम्स में कराने की सोची। जिसके बाद उन्होंने अपने दोस्त को एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था कराई, लेकिन किस्मत ने साथ नही दिया जब उनको इलाज के लिये दिल्ली लाया जा रहा था, तब मौसम खराब होने के कारण दिल्ली के जगह वाराणसी में ही एयर एंबुलेंस को लैंड करना पड़ा। और काफी देर हो गयी। संतोष को दिल्ली के एम्स में लाया गया और उनका इलाज भी शुरू किया गया। इलाज के दौरान संतोष ने इस दुनिया को अलविदा कह दिए। लेकिन धोनी ने अपने दोस्ती का खूब फर्ज निभाया और एक मिशाल पेश किए।
चाय वाले दोस्त को लगाया गले –
भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के चाय वाले दोस्त के बारे में रूबरू कराते हैं। 2017 में धोनी झारखंड के तरफ से एकदिवसीय ट्राफी में खेल रहे थे। जिसमे कोलकाता के ईडन गार्डन में मुकाबला छत्तीसगढ़ से था। जहां पर उनका पुराना दोस्त चाय वाला मिल गया। जैसे पता चला कि उनका पुराना दोस्त उनसे मिलने के लिये आया है तो माही उसे देखते ही पहचान गए और अपने दोस्त को गले लगा लिये। इस दोस्त का नाम थॉमस है। जब धोनी टीटी की नौकरी कर रहे थे तब ये दोस्त स्टेशन के बाहर चाय बेच रहा था। और धोनी वहीं पर चाय पीते थे। और गर्म दूध भी पीते थे। जब धोनी अपने इस दोस्त से मिले तो अपने दोस्त को डिनर के लिए आमंत्रित किये। कहा जा रहा है कि धोने ने अपने इस मित्र को आर्थिक रूप से मदद की और अब वे एक रेस्टोरेंट चला रहे हैं।
धोनी बनना नामुमकिन है-
अगर नजर डाले धोनी के आंकड़ो पर सबसे अधिक 332 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की है. धोनी ने विकेट के पीछे रिकॉर्ड 195 स्टंप आउट किया है. वहीं धोनी ने भारत की ओर से 350 वनडे मैच खेले. उन्होंने 50.58 की औसत से 10,773 रन बनाए. जिसमें 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं.
उन्होंने विकेटकीपर के तौर पर 321 कैच लपके और 123 खिलाड़ियों को स्टंप आउट किया. धोनी ने टी-20 क्रिकेट में 98 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 37 से अधिक की औसत से 1617 रन बनाए. टेस्ट क्रिकेट में 90 मैचों में धोनी ने 38.09 की औसत से 4,876 रन बनाए हैं. जिसमें छह शतक और 33 अर्धशतक शामिल हैं.