Hardik Pandya की ये 3 गलती बनी हार का कारण
पिछले 10 सालों से मुंबई की कप्तानी करने वाले रोहित शर्मा ने टीम को 5 बार आईपीएल चैंपियन बनाया है। इसके बाद भी फ्रेंचाइजी ने रातों-रात उन्हें कप्तानी से हटाकर हार्दिक पांड्या को सौंप दी, लेकिन इस सीजन उन्हें अपनी गलती का खामियाजा भी भुगतना पड़ा रहा है। अब तक के खेले गए मुकाबले में भी एमआई का प्रदर्शन औसत रहा है। बता दें कि हार्दिक (Hardik Pandya) टीम इंडिया के ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं, लेकिन ना अब तक अपनी बल्लेबाजी और ना ही गेंदबाजी से टीम का साथ देने में कामयाब नहीं हुए हैं. साथ ही वह रोहित शर्मा की तरह कप्तानी नहीं कर पाए हैं। इन्हीं 3 कारण की वजह से इस साल मुंबई बाकी टीमों से हर मैच में लगातार हार रही है। लिहाजा, हार्दिक के आंकड़ों को देखते हुए ही उन्हें एमआई की बदतर हालत का जिम्मेदार कहा जा रहा है।
रोहित की कप्तानी के आगे फिके पड़े हार्दिक पांड्या
बता दें कि 2013 से 2023 तक रोहित शर्मा ने मुंबई की कप्तानी की हैं। उन्होंने अपनी अगुवाई में टीम को 5 बार (2013, 2015, 2017, 2019 और 2020) आईपीएल खिताब दिलाया है। एमआई की बागडोर संभालने से लेकर रोहित ने 158 मैचों में कप्तानी की है। इस दौरान उन्होंने मुंबई इंडियस को अपनी कप्तानी के बलबूते 87 मुकाबलों में शानदार जीत दिलाई है, जबकि 67 मैचों में टीम को हार का मुंह देखना पड़ा है। खास बात ये है कि मुंबई टीम का कप्तान बनते ही पहले ही साल रोहित शर्मा ने टीम को चैंपियन बना दिया था। वहीं, हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) कप्तानी में रोहित शर्मा से कई कदम पीछे रह गए है। हर साल की आईपीएल खिताब ही प्रबल दावेदार माने जाने वाली मुंबई इस बार दूसरी टीमों के आगे चींटी बराबर दिखाई दे रही है।
पिछले सीजन हार्दिक का प्रदर्शन रहा शानदार
हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की आईपीएल प्रदर्शन पर एक नजर डाले तो उन्होंने अब तक 131 मुकाबले खेले हैं। इन मैचों में उनके बल्ले से 2460 रन निकले हैं, जबकि इन दौरान उन्होंने 74 पारियों में 57 विकेट लेकर टीम को गेंदबाजी से भी अपना योगदान दिया है। साल 2022 में उन्होंने बतौर कप्तान गुजरात टाइंट्स को चैंपयिन बनाया था। साल 2023 में हार्दिक ने अपनी कप्तानी के जरिये एक बार फिर से टीम को फाइनल तक पहुंचाया था, लेकिन टीम खिताब जीतने से चूक गई थी।
ये भी पढ़े : दिव्या भारती की मौत के बाद साजिद नाडियावाला की दूसरी पत्नी ने किया खुलासा, बोलीं – मेरे बच्चे उन्हें बड़ी मम्मी कहकर…