राहुल गांंधी

किसानों आदोंलन को चलते हुए 2 महीने से ज्यादा का समय बीत गया है किसानों का समर्थन जताते हुए राहुल गांधी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेस की, जिसमें उन्होंने कहा आज भाजपा और आरएसएस ऐसा माहौल बना रही है जैसै उन्हें छोड़ कर बाकी सब आतंकवादी हैं?

राहुल गांधी ने क्या कहा RSS के बारे में

आरएसएस

आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें उन्होंने देश के बजट के अलावा किसानों के मुद्दों पर भी चर्चा करते हुए कहा,

“किसान आंदोलन के चलते भारत की छवि को बड़ा धक्का लगा है। आज जो कुछ किसानों के साथ हो रहा है उसे देखा जाए तो भारत की छवि को धक्का लगा है और सवाल यह उठ रहा है कि देश अपने नागरिकों के साथ कैसा व्यवहार कर रहा है”।

राहुल गांधी ने किसानों के मद्दों पर बात रखते हुए कहा,

“किसान अपना हक़ मांग रहे हैं। किसान लड़ रहे हैं तो उन्हें आतंकवादी कहा जा रहा है। क्या आरएसएस के लोगों को छोड़कर बाकी सब आतंकवादी हैं”?

उन्होंने कहा,

“मैंने पहले भी यह सवाल किया है कि लोगों को लाल किले में क्यों घुसने दिया गया, इस बात का जबाव देश के गृहमंत्री को देना होगा”।

भारत चीन सीमा विवाद पर सरकार को घेरा

राहुल गांधी

भारत-चीन सीमा विवाद पर सरकार से सवाल पूछा,

“सच बात तो ये है कि सरकार अब इस स्थिति को काबू नही कर पा रही है और बीजेपी की नाकामी अब सामने आ रही है। मैं देख सकता हूं कि इस वक्त हमारे सामने बेहद मुश्किल स्थिति है और ये देश के लिए ख़तरनाक़ है”।

प्रेस कॉन्फ्रेस में उन्होंने कहा,

“देश की जरुरत है कि प्रधांनमंत्री छोटे और मध्यम व्यापारियों को नकद पैसा दें और देश की अर्थव्यवस्था बढ़ाए जो अपने आप में चीन को कड़ा संदेश होगा”।

उन्होंने कहा,

“प्रधानमंत्री से मेरी गुज़ारिश है कि वो अपना काम करें, उनका काम किसानों का हाथ पकड़ कर उनसे पूछना है कि किसानों को क्या चाहिए”।

सैन्य बजट को लेकर सरकार पर साधा निशाना

 

देश के सैनिकों के बारे में बात करते हुए कहा,

“लद्दाख में तैनात हमारे सैनिक भी यही सोच रहे होंगे कि मुश्किलों के बीच सरकार सेना को पैसा नहीं दे रही है। इस वक्त हमारी सेना की कमिटमेंट 100 प्रतिशत है और ऐसे में सरकार की कमिटमेंट 110 प्रतिशत होनी चाहिए”।

राहुल गांधी ने कहा कि,

“चीन हजारों किलों मीटर अंदर आकर हमारी जमीन ले जाता है लेकिन आपने चीन को संदेश दिया कि हम सेना के लिए अपना बजट नहीं बढ़ांएगे, हम अपनी सेना को सपोर्ट नहीं करेंगे”।