यूपी के पूर्व सीएम और देश के रक्षा मंत्री रहे मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का सोमवार की सुबह निधन हो गया हैं। सुबह के करीब 8 से 8:30 बजे के बीच उन्होंने आखिरी सांस ली। इस खबर के सामने आते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।
82 वर्ष के सपा संरक्षक को खराब हालत की वजह से मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उन्हें 1 अक्टूबर देर रात आइसीयू में शिफ्ट किया गया था।
Mulayam Singh Yadav की सेहत में नहीं हुआ सुधार
मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे – श्री अखिलेश यादव
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 10, 2022
दरअसल काफी समय से मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की तबियत काफी खराब थी। जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। बहरहाल, मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव ने उनके निधन की जानकारी देते हुए बताया हैं कि,
“मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे।”
सपा संरक्षक से मिलने अस्पताल पहुंचे करीबी रिश्तेदार

बता दें कि रविवार देर रात और ज्यादा तबियत खराब हो जाने की वजह से मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के प्रशंसक और रिश्तेदार उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे। हालांकि पिछले आठ दिनों से अखिलेश यादव और उनका पूरा परिवार मुलायम सिहं यादव के साथ अस्पताल में ही मौजूद था।
काफी सालों से राजनीति में सक्रिय थे मुलायम

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1967 में पहली बार मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) विधायक बने थे। इसके बाद वह राजनीति में काफी सक्रिय हो गए थे और वह आठ बार विधायक और 7 बार सांसद बने।
इतना ही नहीं बल्कि वह तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री और दो बार केंद्र में मंत्री के पद पर भी रह चुके हैं। मुलायम सिंह यादव को राजनीति में एक विशाल नेता के रूप में छवि थी और लोग आज भी उनकी काफी इज्जत करते हैं।
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