भारत और चीन के बीच में जो भी तनातनी छिड़ी हुई है, उसमें चीन ने एक बार फिर अपने नापाक इरादों को साबित करने की कोशिश की है. चीन ने एक बार फिर बता दिया है कि वह अपने नापाक इरादों से बाज आने वाला नहीं है. आपको बता दें कि शनिवार की रात चीन के सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी. जिसमें उनकी ये कोशिश नाकाम रही है.
भारतीय जवानों ने इसका मुंह तोड़ जवाब दिया है. आपको बता दें कि भारतीय सैनिक विकास रेजिमेंट बटालियन के जवानों ने पैंगोंग त्सो इलाके में चीनी सैनिकों को एक बार फिर उन्ही की भाषा में जवाब दिया है.
भारतीय सेना ने चीन के नापाक इरादे को दी मात
हम आपको बता दें कि भारतीय जवानों को उत्तराखंड के पैंगोंग इलाके में तैनात करवाया गया था. लाइन ऑफ कंट्रोल यानी कि एसी LAC पर एक ऐसे स्ट्रैटेजिक हाइट थी, जिसको जवानों ने अपने कब्जे में ले लिया था. यह हिस्सा भारत की जमीन पर आता है.
चीन का यह मानना है कि वह हिस्सा उन्हीं का है. जिससे कि चीन की नजर इसी पर लगी हुई थी. चीन यहा चाहता था कि वो इस जमीन को अपना बना ले. चीन ने यहां प्लान किया था कि पैंगोंग इलाके से साउथ बैंक के पास उन्हें भारतीय सेना के सामने फायदा मिल सके. लेकिन भारतीय जवान वहां पर पहले से ही तैनात थे.
भारत माता के वीर सपूतों ने एक बार फिर चीन का प्लान किसी काम का नहीं छोड़ा. जिसकी वजह से चीन का यह नापाक इरादा कामयाब नहीं हो पाया.
बता दें कि यही एक कारण है जिसके बाद से चीन काफी बौखलाया हुआ है. इसके बाद चाइना में काफी खलबली मची हुई है और वह काफी टेंशन में भी हैं. जिसके बाद चीन ने इस मामले में भारत से बातचीत करने का भी फैसला किया है. भारत को चीन की हर चालबाजी का अंदाजा पहले से है, जिसके लिए भारतीय सेना ने ठाकुंग इलाके में हथियार इकट्ठे करने भी शुरू कर दिए हैं.
यह बात जानकर आपको हैरानी होगी कि विकास रेजिमेंट के जवानों ने चीन को मुंह तोड़ जवाब दिया था. उनमें से कई तिब्बती भी शामिल थे सभी ने मिलकर चीन के इरादे को चकमा दे दिया.
फिलहाल यह तो सभी भारतीय जानते हैं कि भारत और चीन में मई महीने में बहुत ही तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई थी. जून में भारत और चीन के बीच में हिंसक झड़प भी हुई थी लेकिन बीच में कुछ माहौल काबू में कर लिया गया था. फिर चाइना ने एक बार फिर हालात बिगाड़ने की कोशिश की थी.