- हाइकोर्ट से मिली पायलट गुट के विधायकों को राहत
- कोर्ट ने राजस्थान विधानसभा स्पीकर के नोटिस पर लगाया स्टे
जयपुर: राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच आज का दिन बेहद अहम था क्योंकि आज हाइकोर्ट ने पायलट गुट के बागी 19 विधायकों को स्पीकर द्वारा भेजे गए नोटिस पर अपना फैसला सुना दिया है ये फैसला जहां सचिन पायलट गुट के लिए किसी राहत की तरह है तो वहीं गहलोत गुट समेत राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष के लिए एक झटका है।
अयोग्य नहीं हो सकते विधायक
राजस्थान के सियासी संकट में सचिन पायलट गुट के विधायकों को राहत देते हुए हाइकोर्ट ने फैसला किया है कि स्पीकर किसी भी विधायकों आयोग क़रार नहीं दे सकते हैं। साथ राजस्थान में यथास्थिति बनी रहेंगी और अब सारा मामला सुप्रीम कोर्ट की ओर जाएगा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में स्पीकर सीपी जोशी की याचिका पर सुनवाई सोमवार को होनी है।
सुप्रीम कोर्ट का रुख अहम
दरअसल, पायलट गुट के विधायकों को स्पीकर सीपी जोशी ने कारण बताओ नोटिस भेजा था जिसके बाद ये सभी हाइकोर्ट पहुंच गए थे। कोर्ट ने फैसला सुनाने तक स्पीकर को कार्रवाई न करने की अनुशंसा की थी जिसको लेकर सीपी जोशी अतिक्रमण बताते हुए सुप्रीम कोर्ट गए थे जहां सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि जब तक हाईकोर्ट फैसला नहीं देती तब तक वो कुछ नहीं बोलेगा और सर्वोच्च न्यायालय ने मामले की अगली सुनवाई सोमवार 27 जुलाई को रखी है
साइलेंट मोड में बीजेपी
राजस्थान में बीजेपी खुलेआम कुछ नहीं बोल रही है। राजस्थान के नेता बैठक कर रहे हैं सभी प्रकार की स्थितियां देख रहे हैं और उनका विश्लेषण भी कर रहे हैं। लेकिन कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। बीजेपी के नेताओं को राजस्थान में विधानसभा सत्र का इंतजार है।
जानकारियां है कि विधानसभा में ही बीजेपी अपने सारे पत्ते खोलेगी। इस मामले में अब सब कुछ सुप्रीम कोर्ट की सोमवार की सुनवाई और उसके बाद आने वाले फैसले पर ही निर्भर करेगा।
दूसरी ओर राजस्थान में एजेंसियों का काफी इस्तेमाल हो रहा है एक तरफ जहां अशोक गहलोत के समर्थकों पर ईडी सीबीआई और इनकम टैक्स छापे मार रही है, तो दूसरी ओर अब राजस्थान एसओजी की तरफ से लगातार गजेंद्र सिंह शेखावत को नोटिस भेजे जा रहे हैं और उनके खिलाफ पुराने मामले निकालकर उस पर कार्यवाही भी की जा रही है।