वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत में अब अधिक समय शेष नहीं है। भारतीय सरजमीं पर खेले जाने वाले इस मेगा इवेंट के लिए सभी टीमों ने कमर कसनी शुरू कर दी है। वर्ल्ड कप में हिस्सा ले रही 10 में से कई टीमों ने पिछले लम्बे समय से भारतीय सरजमीं पर क्रिकेट नहीं खेल है। ऐसे में यहां कि परिस्थितियों के बारे में उन्हें अधिक जानकारी नहीं है। इस समस्या का तोड़ निकालने के लिए लगभग सभी टीमें भारतीय अनकैप्ड खिलाड़ियों को बतौर नेट गेंदबाज अपने साथ जोड़ रही हैं, जिसका लाभ भारतीय खिलाड़ियों को भी मिल रहा है।
डिलीवरी बॉय को वर्ल्ड कप 2023 में मिला सुनहरा अवसर
29 साल के लोकेश कुमार को वर्ल्ड कप 2023 की तैयारियों के लिए नीदरलैंड का नेट बॉलर चुना गया है। लोकेश स्विगी फूड डिलीवरी बॉय हैं। चेन्नई के रहने वाले लोकेश मंगलवार, 20 सितंबर को नीदरलैंड टीम में चुने गए 4 नेट गेंदबाजों में से एक हैं।
नीदरलैंड क्रिकेट बोर्ड ने सोशल मीडिया पर अपने वर्ल्ड कप 2023 अभियान के लिए नेट बॉलर के लिए ऐड डाला था, जिसे भारतीय खिलाड़ियों की तरफ से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली। भारत के लगभग 10,000 गेंदबाजों का आकलन करने के बाद नीदरलैंड की टीम मैनेजमेंट ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज से चाइनामैन गेंदबाज बने लोकेश का चयन किया। उन्होंने एक मोबाइल एप्लिकेशन पर वीडियो अपलोड करके नेट गेंदबाज के लिए किया था।
Our first training session in India for the #CWC23 began with a small induction ceremony for our four new net bowlers from different parts of India. 🙌 pic.twitter.com/ug0gHb73tn
— Cricket🏏Netherlands (@KNCBcricket) September 20, 2023
इस मौके को पाकर काफी खुश हैं लोकेश
लोकेश ने नीदरलैंड का नेट बॉलर बनने को लेकर ख़ुशी जाहिर की है। उनका कहना है कि वे कभी थर्ड डिवीजन लीग में भी नहीं खेले , ऐसे में डच टीम में शामिल होना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा,
“यह मेरे करियर के सबसे अनमोल पलों में से एक है। मैंने अभी तक तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन की थर्ड डिवीजन लीग में भी नहीं खेला है। नीदरलैंड टीम के सदस्यों ने खुले दिल से मेरा स्वागत किया। सीजन की शुरुआत से पहले नेट गेंदबाजों के लिए यह अद्भुत मौका था। खिलाड़ियों ने हमसे कहा कि बेझिझक रहें यह आपकी टीम है। मुझे पहले से ही लगता है कि मैं डच परिवार का हिस्सा हूं।”
स्विग्गी ने की सपना सच करने में की मदद
लोकेश का कहना है कि स्विग्गी के लिए डिलीवरी बॉय का काम करने से उन्हें एक क्रिकेटर के रूप में विकसित होने में काफी मदद मिली। उन्होंने बताया कि वे पिछले चार साल के फ़ूड डिलीवरी कर रहें हैं और यही उनके जीवन यापन का एक मात्र सहारा है। उन्होंने कहा,
“फूड डिलीवरी एग्जीक्यूटिव के रूप में काम करने से मुझे एक क्रिकेटर के रूप में विकसित होने में मदद मिली। कॉलेज के दिनों के बाद मेरा पूरा ध्यान क्रिकेट पर था। मैंने क्रिकेट को चार साल दिए। 2018 में मैंने नौकरी करने का फैसला किया। मैं पिछले चार सालों से स्विगी के साथ हूं। मैं केवल फूड डिलीवरी से पैसा कमाता हूं। मेरे पास इनकम का कोई और सोर्स नहीं है।”
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