नई दिल्ली- कोरोना के चलते दुनिया की अर्थव्यवस्था को धक्का लगा है। कोरोना वायरस संकट के दौर में जहां सोने ने लोगों को भारी मुनाफा दिया तो वहीं इसके भाव को लेकर भी निवेशकों और खरीदारों में काफी संशय देखा गया। मार्च से पहले सोने के दाम को लेकर इतनी असमंजस की स्थिति नहीं रही जितनी अब हो गई है। रोजाना सोने के दाम ऊपर नीचे हो रहे हैं जिससे खरीदारी पर भी खासा असर पड़ा है। 1 महीने में सोने के दामों में 1000 रुपये तक की कमी आ चुकी है। लोग सोने के दाम और कम होने के इंतजार में खरीदारी या निवेश से बच रहे हैं ताकि घाटे से बचा जा सके। शुक्रवार को भी सोने के दाम में काफी उतार चढ़ाव देखा गया था।
10 अगस्त को सोने के दाम 56200 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गए थे। वहीं अब सोना 52,452 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। चांदी भी इस दौरान 69,441 रुपये प्रति किलोग्राम रह गयी ,जो पहले 70,431 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गयी थी।
रेटिंग एजेंसियों का मानना है कि अब सोने में तेजी की संभावना नहीं है
दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका और यूरोपीय देशों में आर्थिक रिकवरी के संकेत मिलने से सोने की कीमतों पर दबाव जारी है। शुक्रवार को कॉमैक्स पर सोने कीमतें 1 फीसदी से ज्यादा गिरकर 1941 डॉलर प्रति औंस पर आ गई हैं। वहीं दुनियाभर की बड़ी रेटिंग एजेंसियों का मानना है कि अगले साल की शुरुआत तक सोने में अब बड़ी तेजी संभावना नजर नहीं आ रही है।
सोने में निवेश करने का यही स्वर्णिम मौका
अगर घरेलू बाजार में देखें तो सोने की कीमतें लगातार गिर रही है। इसके पीछे मुख्य कारण रुपये की मज़बूती को बताया जा रहा है। बाजार के विशेषज्ञों के मुताबिक सोने के भाव में जब गिरावट हो तब निवेश करना बेहतर होता है। इससे आने वाले दिनों में आपको अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं। सोने के दामों में ऊपरी स्तर से लगभग 10 फीसदी तक की गिरावट देखी गई है. ऐसे में सोने में निवेश आपको अच्छा रिटर्न दिला सकता है।