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IAS Sanskriti Jain: देश में सरकारी अफसरों की विधाई कई बार भावनात्मक लम्हा बन जाती है, लेकिन हाल ही में एक आईएएस अधिकारी की विदाई पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है। हम बात कर रहे है आईएएस संस्कृति जैन (IAS Sanskriti Jain) की, जिन्हें उनके सहयोगियों ने ‘ पालकी’ में बैठकर बेटी की तरह विदा किया। यह शाही विदाई सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई और लोग जानना चाह रहे हैं कि आखिर कौन हैं ये अफसर, जिन्हें इतना प्यार और सम्मान मिला।

कौन है IAS Sanskriti Jain?

Ias Sanskriti Jain
Ias Sanskriti Jain

आईएएस संस्कृति जैन (IAS Sanskriti Jain) भारतीय प्रशासनिक सेवा की एक प्रतिभाशाली और संवेदनशील अधिकारी है। वे मध्यप्रदेश कैडर की अधिकारी है क्या अपनी ईमानदार छवि, कार्य के प्रति समर्पण और जनता से जुड़ाव के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने प्रशासनिक सेवा में आने के बाद कई जिलों में अपनी जिम्मेदारियां निभाई और हर जगह अपनी मेहनत, सादगी और संवेदनशीलता से लोगों के दिल जीत लिया।

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कहां से पढ़ाई की और कैसे बनीं IAS?

आपको बता दें, की आईएएस संस्कृति जैन (IAS Sanskriti Jain) ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की और उसके बाद UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की। कुछ ही प्रयासों में उन्होंने यह प्रतिष्ठित परीक्षा पास कर IAS अधिकारी बनने का सपना पूरा किया। प्रशासनिक सेवा में आने के बाद उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई प्रभावशाली पहल कीं।

क्यों दी गई इतनी भावनात्मक विदाई?

आईएएस संस्कृति जैन (IAS Sanskriti Jain) जब अपने कार्यकाल से विदा ले रही थीं, तब जिले के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें “बेटी” की तरह सम्मानपूर्वक विदाई दी। उनके लिए एक पालकी सजाई गई, जिसमें बैठाकर उन्हें दफ्तर से बाहर तक ले जाया गया। यह दृश्य किसी पारंपरिक शादी की विदाई जैसा लग रहा था — हर किसी की आंखों में आंसू और चेहरे पर गर्व था। सहकर्मियों का कहना था कि “संस्कृति मैम ने हमेशा सभी को परिवार की तरह माना। वे अधिकारी कम, एक मार्गदर्शक और बहन की तरह रहीं।”

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

आईएएस संस्कृति जैन (IAS Sanskriti Jain) की पालकी में विदाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसके बाद लोग आईएएस संस्कृति जैन की तारीफ करने लगे। कई लोगों ने लिखा कि “ऐसा सम्मान वही पाता है, जो दिल जीत लेता है”। कुछ ने इसे “संवेदनशील प्रशासन” की मिसाल बताया और कहा कि अधिकारी और जनता के बीच ऐसा रिश्ता भारतीय प्रशासनिक परंपरा का असली रूप है।

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Kamakhya Reley is a journalist with 3 years of experience covering politics, entertainment, and sports. She is currently writes for HindNow website, delivering sharp and engaging stories that connect with...