Mishra Family : उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के एक छोटे से कस्बे लालगंज में एक छोटा सा गांव है इटौरी। यह छोटा सा गांव इन दिनों चर्चा में है, क्योंकि इस गांव की मिसालें दी जा रही हैं। लोग इस गांव के एक परिवार (Mishra Family) की कहानियां अपने बच्चों को सुना रहे हैं, ताकि वे प्रेरणा ले सकें। यह स्वाभाविक भी है, क्योंकि एक परिवार में 4 भाई-बहन हैं और चारों ही IAS और IPS हैं।
इसमें तीन IAS और एक IPS है। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के मिश्रा परिवार (Mishra Family) के चार भाई-बहनों ने देश के हर इलाके में अपने नाम का डंका बजाया है। आइए जानते हैं इनके बार में।
यूपी के प्रतापगढ़ में Mishra Family का है बोलबाला
मिश्रा परिवार (Mishra Family) ये चारों भाई-बहिन प्रतापगढ़ के एक छोटे से कस्बे लालगंज से हैं और वहीं से उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की है। लालगंज कोतवाली क्षेत्र के इटौर गांव के बैंक मैनेजर अनिल मिश्रा के चार बच्चे हैं, दो बेटे और दो बेटियां। सबसे बड़ी बेटी क्षमा मिश्रा, दूसरी योगेश, तीसरी बेटी माधवी और चौथे लोकेश मिश्रा हैं।
मिश्रा परिवार (Mishra Family) के चारों भाई-बहनों ने पिछड़े जिले के रूप में पहचाने जाने वाले प्रतापगढ़ में शिक्षा ग्रहण की। कस्बे में रहने वाले चारों भाई-बहन आज प्रतापगढ़ और प्रदेश का मान बढ़ा रहे हैं। प्रतापगढ़ के लोग आज उस परिवार से प्रेरणा ले रहे हैं, उस घर की कहानी अपने बच्चों को सुनाते हैं।
चारों भाई-बहन बने आईएएस-आईपीएस ऑफिसर
योगेश मिश्रा 2013 में यूपीएससी परीक्षा पास करने वाले पहले व्यक्ति थे, जो IAS अधिकारी बने। उनकी बहन माधवी मिश्रा भी उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए 2015 में आईएएस बनीं। परिवार (Mishra Family) में सबसे पहले योगेश ने 2013 में यूपीएससी सिविल परीक्षा पास की और आईएएस बने, जिसके बाद 2015 में माधवी मिश्रा भी आईएएस बनीं। योगेश मिश्रा 2013 में यूपीएससी परीक्षा पास करने वाले अपने भाई-बहनों में पहले आईएएस अधिकारी बने। उनकी सफलता ने उनके भाई-बहनों के लिए एक मजबूत नींव रखी और उनके लिए आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया।
पहले बड़े भाई योगेश बने आईएएस ऑफिसर
परिवार (Mishra Family) में अपने बड़े भाई के नक्शेकदम पर चलते हुए, माधवी मिश्रा ने 2015 में यूपीएससी परीक्षा पास की और आईएएस बनीं। उनके दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत ने परिवार की उत्कृष्टता की विरासत को आगे बढ़ाया। माधवी मिश्रा झारखंड के रामगढ़ जिले में डिप्टी कमिश्नर के रूप में कार्यरत हैं। सबसे बड़ी बहन क्षमा मिश्रा (Mishra Family) ने असाधारण दृढ़ता का परिचय दिया। उन्होंने 2016 में अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की और आईपीएस अधिकारी बनीं। वर्तमान में, वह बैंगलोर में स्टेट पुलिस लाइन में कमांडेंट के पद पर तैनात हैं।
परिवार के छोटे भाई-बहन ने भी किया सपना पूरा
क्षमा एक उत्कृष्ट छात्रा थी, उसने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट दोनों परीक्षाओं में अपने जिले में टॉप किया और राज्य में छठा स्थान हासिल किया। सबसे छोटे भाई लोकेश मिश्रा ने भी आईएएस अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा किया। वह वर्तमान में झारखंड के कोडरमा जिले में सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद शुल्क के उपायुक्त के पद पर तैनात हैं। मिश्रा परिवार (Mishra Family) के सबसे छोटे बेटे लोकेश मिश्रा भी झारखंड के कोडरमा जिले में डीसीसी के रूप में तैनात हैं।
पैतृक गांव से ही पूरी की चारों ने प्रारंभिक शिक्षा
शैक्षणिक पृष्ठभूमि और पारिवारिक सहयोग चारों भाई-बहनों ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लालगंज के लीलावती और राम अजोर इंटर कॉलेज से पूरी की। उनकी शिक्षा का सफ़र लालगंज के एक स्थानीय कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई के साथ आगे बढ़ा, जबकि माधवी ने प्रयागराज में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की। वहीं परिवार (Mishra Family) के मुखिया उनके पिता अनिल मिश्रा उनकी सफलता का श्रेय उनकी अथक मेहनत और समर्पण को देते हैं।
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