MS Dhoni: टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने काफी खिलाडियों को अपनी कप्तानी में मौका देकर उनको इंडियन क्रिकेट का एक बड़ा खिलाडी बनाने में मदद की है. लेकिन कुछ खिलाडी ऐसे भी है जो धोनी के ऊपर अपना क्रिकेट करियर खत्म होने का भी इल्जाम लगाते है. कुछ खिलाडियों ने अपने संन्यास के बाद इशारों इशारों में इसके लिए कैप्टेन कूल धोनी को ज़िम्मेदार बताया है. तो चलिए आज बात करते है ऐसे खिलाडियों के बारे में जिन्होंने अपने संन्यास के लिए एमएस धोनी पर आरोप लगाया है.
इन खिलाडियों ने महेंद्र सिंह धोनी पर लगाया आरोप
1. वीरेंद्र सहवाग
टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते है. उनका क्रिकेट करियर काफी शानदार रहा है. उनके नाम टेस्ट क्रिसक्त में तिहरा शतक भी दर्ज है. कई मौकों पर टीम को जीत दिलवाने वाले सहवाग को भी खराब फॉर्म के चलते टीम में ड्राप किया गया था. इसके बाद उन्हें क्रिकेट से रिटायरमेंट लेनी पड़ी. इसके बाद सहवाग कई मौकों पर धोनी (MS Dhoni) को अपने संन्यास की वजह बता चुके है. एक बार जब धोनी ने ऑस्ट्रेलिया में एक प्रेस कांफ्रेस में सहवाग, गंभीर और सचिन को स्लो फील्डर कहा था तब सहवाग ने सार्वजानिक रूप से इसकी आलोचना की थी. उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा था की “उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा लेकिन टीम मीटिंग में कभी नहीं कहा कि हम धीमे फील्डर हैं.”
2. गौतम गंभीर
गौतम गंभीर इंडियन टीम के सलामी बल्लेबाज़ है जिन्होंने साल 2011 में वर्ल्ड कप फाइनल में शानदार बल्लेबाज़ी की थी. गंभीर हमेशा ही कहते है की उनको वर्ल्ड कप का उतना क्रेडिट नहीं दिया गया जितना धोनी (MS Dhoni) को मिला. इसके साथ ही ख़राब फॉर्म के चलते उन्हें टीम से बाहर भी कर दिया गया था. वापसी ना होने की वजह से गंभीर को क्रिकेट से संन्यास भी लेना पड़ा. ऐसे में गंभीर ने कई बार इंटरव्यू के दौरान एम एस धोनी की जमकर आलोचना की है. गंभीर ने अपना आखरी मैच साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. इसके बाद उन्हें टीम में कभी मौका नहीं दिया गया. इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गंभीर आईपीएल खेलते रहे. उन्होंने कोलकाता को दो बार आईपीएल ट्राफी भी जितवाई है. अब वो लखनऊसुपर जायंटन्स के साथ जुड़े हुए है.
3. हरभजन सिंह
टीम इंडिया के स्टार स्पिनर हरभजन सिंह भी इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाते है. हरभजन ने इंडिया के लिए कई साल शानदार क्रिकेट खेला है. हरभजन ने अपना आखरी मैच इंडिया के लिए 2016 में खेला था. इसके बाद उन्हें खराब फॉर्म के चलते टीम से ड्राप कर दिया गया था. भज्जी ने अपने टीम से ड्राप होने के बड़ा वापसी के लिए मेहनत की लेकिन टीम में जगह ना मिल पाने की वजह से उन्हें संन्यास लेना पड़ा. भज्जी ने कहा था कि उन्हें टीम से बाहर निकालने के लिए कभी भी कोई वजह नहीं बतायी गयी. हरभजन सिंह ने ‘कैप्टन कूल’ एमएस धोनी (MS Dhoni) पर आरोप लगाते हुए कहा था कि “मैंने कप्तान से कई बार पूछने की कोशिश की कि मुझे टीम से क्यों ड्रॉप किया गया, लेकिन उन्होंने मुझे कभी भी इसकी वजह नहीं बताई गई.”
4. पार्थिव पटेल
पार्थिव पटेल ने इंडियन के लिए अपना डेब्यू साल 2002 में किया था. केवल 17 साल की उम्र में इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले पार्थिव से लम्बे करियर की उम्मीद की जा रही थी. पार्थिव इंडियन टीम में धोनी (MS Dhoni) से पहले आये थे लेकिन धोनी के आने के बाद वो कभी टीम में अपनी जगह नहीं बना पाए. धोनी का प्रदर्शन आने विकेटकीपर बल्लेबाजों के लिए सरदर्द रहा है. धोनी के टीम से कभी बाहर ना रहने की वजह से साल 2020 में पार्थिव पटेल ने संन्यास ले लिया है. रिटायरमेंट के बाद पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने कमेंटेटर के तौर पर अपनी पारी की शुरुआत की है.
5. नमन ओझा
नमन इस लिस्ट में एक और विकेटकीपर बल्लेबाज़ है जो घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद इंडियन टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे है. रणजी क्रिकेट में ओझा सबसे ज्यादा शिकार करने वाले विकेटकीपरों में से एक है. लेकिन धोनी (MS Dhoni) के बाद टीम इंडिया को किसी अन्य विकेट कीपर बल्लेबाज़ की खास जरुरत नहीं रही और इसी के चलते नमन को हमेशा ही सेलेक्टर्स ने नजरअंदाज किया. साल 2010 में इंडिया के लिए अपना डेब्यू भी किया. लेकिन कभी टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाएँ. उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2015 में खेला था.
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