कानपुर– कुख्यात अपराधी विकास दुबे किस कदर खतरनाक था हाल ही में एक वायरल ऑडियो से पता चलता है। इस वायरल ऑडियो में विकास दुबे चौबेपुर थाने के सिपाही से बात करते हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा को सबक सिखाने की धमकी दे रहा है। विकास अपने खिलाफ मुकदमा लिखे जाने से बौखला गया था। माना जा रहा है कि राहुल तिवारी के मामले में केस दर्ज करने के बाद का यह ऑडियो है।
विकास दुबे बकता रहा गालियां सिपाही जी जी करता रहा
विकास दुबे, सिपाही राजीव चौधरी को धमकी दे रहा था, दूसरी तरफ सिपाही उससे जी—जी करके बात कर रहा था। सीओ पर भड़के विकास ने कहा अब सीओ विकास दुबे का शिकार होगा। उसने कहा कि अब उसको चाहे जिंदगी भर जेल काटनी पड़े वो मंजूर है। तुमको बता रहा हूं कि अगर कुछ होने की बात भी हुई तो इतना बड़ा कांड करूंगा सब याद रखेंगे। इस कांड के बाद उसको पता चलेगा कि विकास दुबे से पाला पड़ा है। विकास दुबे ने सिपाही के साथ बातचीत में कहा कि पूरी जीप न मरी तो बताना, इतने खून करूंगा कि लोग याद रखेंगे।
इस ऑडियो से एक बात साफ है कि पुलिस ने अगर विकास के फोन को गंभीरता से लिया होता तो ये वारदात टाली जा सकती थी। आठ पुलिसवालों की जान बच सकती थी।
ये था पूरा मामला
गौरतलब है कि 3 जुलाई की रात को पुलिस की टीम विकास दुब के घर दबिश देने गई थी लेकिन इस बात की जानकारी चौबेपुर थाने से लीक कर दी गई. विकास को जब इस कार्रवाई की जानकारी हुई तो उसने अपनी शूटरों समेत गैंग के अन्य साथियों को चौकन्ना कर दिया और सभी को तैयार रहने को कहा। वहीं, जब बिकरु गांव पुलिस की टीम पहुंची तो पुलिसवालों पर चौतरफा गोलियों की बौछार कर दी जिसके चलते आठ पुलिसवालों की दर्दनाक मौत हो गई।
इसके बाद 9 जुलाई विकास दुबे को को उज्जैन में गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद से 10 जुलाई को उज्जैन से कानपुर लाते समय नाटकीय ढंग से विकास दुबे ने भागने की कोशिश की और मुठभेड़ में मारा गया।