कानपुर का दुर्दांत अपराधी विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया है। 8 पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या करके विकास 7 दिन तक पुलिस से भागता रहा है। खबरों के मुताबिक विकास दुबे पुलिस से बचने के लिए फरीदाबाद ग्वालियर भरतपुर जैसे कई क्षेत्रों में गया। लेकिन बाद में उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने रखा था इनाम
पुलिस इतिहास में किसी अपराधी पर इतनी तेजी से इनाम नही रखा गया जिस कदर विकास पर रखा गया। 25 हजार का इनामी बदमाश इतना बड़ा हो गया कि उस पर पुलिस ने 5 लाख का इनाम रखा गया जिसकी शुरुआत 50 हजार फिर एक लाख फिर ढाई लाख, फिर पांच लाख तक पहुंची लेकिन फिर भी उसे पकड़ने में मशक्कतेंं हो रही हैं।
किसे मिलेगा इनाम
इतनी मशक्कतों के बाद विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर के पास से गिरफ्तार पकड़ा गया, लेकिन सवाल यही है कि इसका इनाम किसे मिलेगा? प्राइवेट गार्ड को, फूल वाले को या उज्जैन पुलिस को ? इसको लेकर अब एक बड़ी खबर सामने आई है।
एमपी पुलिस को पत्र
विकास दुबे को पकड़वाने के मामले में इनामी राशि किसे मिले इसको लेकर अब उत्तर प्रदेश की पुलिस ने मध्य की पुलिस को पत्र लिखा है और ये तय करने को कहा है कि विकास दुबे को पकड़वाने वाले का नाम तय करें। इसके लिए उज्जैन के एसपी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश भूरिया के नेतृत्व में तीन सदस्यीय समिति बनाई है जो ये तय करेगी इनाम किसे मिले साथ ही इसकी भी जांच होगी कि मंदिर में उसे सबसे पहले किसने देखा था।
उज्जैन पुलिस के अपने दावे
उज्जैन पुलिस का कहना है कि दुर्दांत अपराधी को उसने पकड़ा है। वहीं इस मामले में एक पक्ष इसे सरेंडर भी बता रहा है उनका कहना है कि विकास दुबे ने खुद अपना नाम मंदिर के चौकीदार को बताया था। वहीं वो बार बार चिल्लाकर बता भी रहा था कि मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला जो और अधिक संशयों को जन्म देता है।
जिस तरह से इस मामले में पुलिस ने समिति बनाई है, उससे ये मामला और अधिक पेचीदा हो जाता है, जो ये दिखाता है कि उज्जैन में इस इनामी राशि के कई दावेदार हो सकते हैं, क्योंकि ये इनाम बड़ा है।