मुम्बई- सुशांत सिंह राजपूत के परिवार ने 19 से 25 फरवरी के बीच तब के बांद्रा डीसीपी परमजीत दहिया के साथ हुए वाट्सएप चैट को रिलीज किया, जिसमें सुशांत की जान को खतरे के बारे में बताया था। परिवार का दावा है 14 जून को पुराने चैट के आधार पर कार्रवाई करने को कहा, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया।
सुशांत के पिता ने वीडियो रिलीज कर दी जानकारी
सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने हाल ही में एक वीडियो रिलीज कर बताया था कि उन्होंने फरवरी में मुंबई पुलिस को जानकारी दी कि उनके बेटे की जान को खतरा है। केके सिंह का आरोप है कि उस दौरान मुंबई पुलिस ने कुछ भी नहीं किया। वहीं मुंबई पुलिस का कहना है कि उन्हें इस बारे में लिखित शिकायत नहीं मिली थी। अब सुशांत के परिवार ने कथित तौर पर व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट साझा किया है, जिसमें सुशांत के जीजा ओपी सिंह और मुंबई आईपीएस ऑफिसर परमजीत सिंह दहिया के बीच बातचीत की गई थी। ओपी सिंह हरियाणा पुलिस के सीनियर आईपीएस ऑफिसर हैं। मुंबई पुलिस के साथ चैट में ओपी सिंह ने पहले ही अंदेशा जताया था कि सुशांत की जान को खतरा है।
मुम्बई पुलिस ने कर दिया था मना
सुशांत सिंह राजपूत के बहनोई आईपीएस ओपी सिंह और तत्कालीन जोन 9 डीसीपी परमजीत दहिया के बीच हुए व्हाट्सएप चैट को मुंबई पुलिस ने सही बताया लेकिन कहा कि डीसीपी द्वारा लिखित कंप्लेंट की मांग की गई जबकि सिंह चाहते थे कि यह जांच अनौपचारिक तरीके से हो पर डीसीपी ने साफ तौर पर मना कर दिया।
मेरी पत्नी उसको लेकर परेशान है
सुशांत सिंह राजपूत के जीजा ने मैसेज भेजा था हालांकि व्हॉट्सएप चैट के स्क्रीनशॉट में नाम को छुपा दिया गया है। स्क्रीनशॉट के मुताबिक, इसी साल 19 फरवरी को परमजीत सिंह दहिया के पास मैसेज किया गया कि ‘वह घर में सबका प्यारा है। मेरी पत्नी उसे लेकर परेशान है।’
एक अन्य मैसेज में लिखा गया कि ‘रिया कुछ दिन पहले ही सुशांत के यहां रहने पहुंची। उसके डिप्रेशन का इलाज कराने के बहाने वो (रिया) और उसका परिवार उसे हवाई अड्डे के पास एक रिजॉर्ट में ले गए और तीन महीने तक उसे वहीं रखा। तब से वे उसे और उसके व्यावसायिक मामलों का प्रबंधन कर रहे हैं।’
सुशांत की जान को खतरा है
एक अन्य मैसेज किया गया, वो फिर से वहां गया क्योंकि रिया ने सुशांत की टीम के सभी वफादार लोगों को हटा दिया था और अपने लोगों को रख दिया था। उसकी तीसरी बहन दिल्ली में एक वकील हैं, जो कई बार उनके साथ रहा करती थीं और अक्सर उससे मिलने जाती थीं। वो उसे देखकर घबरा जाती थीं कि उसके आस पास ऐसे लोग हैं जिन्होंने उस पर पूरी तरह से काबू में कर लिया है। वो उनके सामने आत्मसमर्पण कर चुका है। उसकी जान खतरे में है।