पटना: कोरोनावायरस से जहां देश के कई इलाकों में लॉकडाउन घोषित किया गया है। कुछ ऐसे ही हालात एक बार फिर बिहार में बनने लगे हैं। बिहार में लगातार कोरोनावायरस के केस बढ़े हैं। पिछ्ले तीन दिनों में 4 हजार से कहीं ज्यादा केस सामने आए हैं। इसको देखते हुए बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने बड़ा फैसला किया है।
16 दिन का सख्त लॉकडाउन
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में बढ़ती कोरोनावायरस की स्थिति को देखते हुए राज्य में 16 दिनों के सख्त लॉकडाउन का एलान कर दिया है, लॉकडाउन 15 जुलाई से 31 जुलाई तक का होगा। जिससे एक बार फिर लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि क्या खुलेगा क्या नहीं और लोगों को कौन सी सुविधाएं मिल सकती हैं। आपको बता दे कि ये लॉकडाउन बिहार के दस जिलों में प्रभावी होगा।
किस पर रहेगी पाबंदी
केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले सभी कार्यालय बंद रहेंगे। डिफेंस और बैंकिंग सेक्टर को छूट के अलावा वाणिज्य और अन्य सभी कार्यालयों पर सख्त बंदी होगी। राज्य सरकार के सभी कार्यालयों को भी इसी तर्ज पर बंद रखा जाएगा और जरूरी कार्यालय 33 फीसदी की क्षमता के साथ ही काम कर पाएंगे।
इन सबके अलावा लोगों को कहीं भी आने-जाने की की अनुमति नहीं होगी। पटना हाईकोर्ट राज्य प्रशासन के दिशा-निर्देशों के बाद ही खोला जाएगा। सभी तरह की पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधाओं को इस लॉकडाउन के दौरान निरस्त कर दिया जाएगा।
क्या है लॉकडाउन मुक्त
खबरों के मुताबिक खाने, पीने की सभी राशन की दुकानें, मेडिकल, स्वास्थ से जुड़े सभी तरह के संस्थान और उनमें काम करने वाले लोगों को लॉकडाउन में छूट होगी। कृषि से संबंधित काम और सामाग्री पर छूट होगी इसके अलावा राज्य के इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े सभी कामों को खुला ही रखा जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग नगर निगम रेलवे हवाई परिवहन को खुली छूट होगी। इसके अलावा पूरे राज्य में प्राइवेट टैक्सी ऑटो रिक्शा चलते रहेंगे। लेकिन उन्हें स्थिति को देखते हुए अनुमति के अनुसार ही चलाया जाएगा। वहीं इन सबके अलावा एनजीओ, सामाजिक कार्यों से जुड़े लोगों को भी सावधानी के साथ बाहर निकलने की अनुमति होगी।