किंग्स इलेवन पंजाब के बल्लेबाज मनदीप सिंह ने पूरे देश में एक अलग ही पहचान बना ली है. बीते दिन खबर आई थी कि मनदीप सिंह के पिता का निधन हो गया है. इसके बावजूद भी मनदीप अभी आईपीएल के लिए यूएई में हैं. आपकों बता दें कि टूर्नामेंट की शुरुआत के दौरान ही उनके पिता हरदेव सिंह की तबीयत बिगड़ गई थी. इस दौरान परिवार वालों ने उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया था, लेकिन वहीं उनकी हालत ज्यादा ख़राब होने पर उन्हें चंडीगढ़ ले जाया गया, जहां पर उनका निधन हो गया है.
दुनिया के लिए बने मिसाल
किंग्स इलेवन पंजाब के बल्लेबाज मनदीप सिंह आज सबके लिए एक मिसाल बन गए है. अपने पिता को खोने के बाद भी उन्होंने टीम से जुड़ी ड्यूटी को निभाया. आज वे सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच खेलने उतरे. किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाड़ियों ने भी शोक जताते हुए अपनी बांह पर काली पट्टी बांधी.
पिता ने खाई थी ये कसम
पिता हरदेव सिंह बेटे मनदीप के भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होने से बहुत खुश हुए थे. यहां तक की उन्होंने ये कसम खा ली थी कि जब तक मनदीप का टीम इंडिया में चयन नहीं हो जाता तब तक वे कोई भी क्रिकेट मैच नहीं देखेंगे. मनदीप सिंह को साल 2016 में भारतीय टीम के जिम्बाब्वे दौरे के लिए टीम में चुना गया था.
मनदीप को तीन मैच खेलने का मिला मौका
आईपीएल के यूएई में खेले जा रहे 13वें सीजन में मनदीप सिंह को तीन मैच खेलने का मौका मिला है. इनमें उन्होंने 143.47 के बेहतरीन स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं. इस दौरान उन्हें अधिक गेंदें खेलने का मौका नहीं मिला है. जहां तक टूर्नामेंट में किंग्स् इलेवन पंजाब के प्रदर्शन की बात है तो केएल राहुल की कप्तानी में टीम ने 10 में से चार मैचों में जीत हासिल की है और अंक तालिका में पंजाब छठे स्थान पर मौजूद है.आपकों बतां दे कि मनदीप से पहले नीतीश राणा ने भी अपनों को खोने का दर्द भुलाते हुए ड्यूटी को निभाया था।