नई दिल्ली- आईपीएल 2020 के चौथे मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स के हाथों चेन्नई सुपर किंग्स को 16 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में चेन्नई के कप्तान एमएस धोनी सात नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे। उनके इस फैसले को लेकर क्रिकेट जगत में उनकी काफी आलोचना हो रही है। इसी कड़ी में पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भी आवाज उठाई है। दरअसल, गंभीर को धोनी का सात नंबर पर बल्लेबाजी करना पसंद नहीं आया है। उन्होंने कहा कि धोनी ने सामने से लीड नहीं किया।
धोनी का सातवें नंबर पर बैटिंग करना हजम नहीं हुआ
राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपरकिंग्स पर सोमवार को शाही जीत दर्ज की। पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान के लड़ाकों ने स्कोरबोर्ड पर 216 रन टांग दिए, जवाब में चेन्नई 200 रन ही बना पाई। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए धोनी के फैसले की आलोचना की है।
गौतम गंभीर ने कहा, “साफ कहूं तो मुझे धोनी का सातवें नंबर पर बैटिंग करना हजम नहीं हुआ। उन्होंने रितुराज गायकवाड़ और सैम करन को पहले भेजा। खुद सातवें नंबर पर आए। धोनी को लीडरशिप दिखानी चाहिए थी। 217 का टारगेट और धोनी नंबर सात पर! मुझे इसकी कोई वजह नजर नहीं आती।”
उन्होंने ये भी कहा कि अगर किसी दूसरे कप्तान ने ऐसा किया होता तो उसे बहुत आलोचनाओं का सामना करना पड़ता। आपको बता दें कि गंभीर अक्सर धोनी की आलोचना करते रहते हैं।
धोनी बोले जो किया सही किया
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने खुद के सात नंबर पर बल्लेबाजी करने के फैसले का बचाव किया। कहा, “मैंने बहुत समय से बैटिंग नहीं की है। कुछ अलग चीजें ट्राई करना चाहता था सैम करन को ऊपर बैटिंग कराना उसी का हिस्सा था। हमारे पास विकल्प है कि हम पुरानी स्ट्रैटेजी का इस्तेमाल करें।” उन्होंने ये भी कहा कि प्रयोग कभी सफल भी होते हैं तो कभी असफल। असफलता के डर से प्रयोग बंद नहीं किये जा सकते।