जुएं की लत बहुत बुरी होती है, जिसके चलते इंसान को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लोगों के रिश्वतों में दरार डालने वाले व्यसनों में ये एक बुरा व्यसन है। बॉलीवुड अभिनेता अरबाज खान और मलाइका अरोड़ा के रिश्ते में भी जुएं के कारण ही दरार पड़ी थी। और फिर दोनों अलग हो गए थे। ऐसे कई परिवार है जो इस लत के कारण लुट चुके हैं कहीं आपका परिवार तो इसी अंजाम पर तो नहीं जा रहा?
क्या होते हैं लक्षण?
जिस शख्स को जुए संबंधी किसी भी तरह की ऐसी लगती है तो उसके अंदर कुछ ऐसे बदलाव क्या लक्षण दिखाई देते हैं, जिनसे यह समझा जा सकता है कि इंसान किसी गलत राह पर है।
घर से बाहर रहना
जुएं के लती या जुआं खेलने वाले व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा बाहर रहते हैं उन्हें किसी से कोई खास मतलब नहीं होता है। पत्नी बच्चों की उन्हें कोई परवाह नहीं होती है। जुएं के व्यसन में फंसे ऐसे लोग अपने काम को भी तरजीह नहीं देते हैं। वह अपने काम में ज्यादा से ज्यादा बहाने बनाने लगते हैं और ज्यादातर समय बाहर ही बिताते हैं।
बजट बनाने में आनाकानी
ऐसा कहा जाता है कि जुआड़ी लोग किसी भी तरह का बजट बनाने पर यकीन नहीं रखते हैं। वह हमेशा बजट से ज्यादा खर्च करते हैं और उनके पास खर्च का कोई हिसाब भी नहीं होता है। यदि कोई इनसे खर्च की बात करता है या हिसाब मांगता तो भड़क जाते हैं या इधर-उधर के वाहनों में बातों को टालने की कोशिश करने लगते हैं। यह लक्षण बताते हैं कि उन्हें जुएं की लत काफी बुरी लग चुकी है।
हमेशा पैसे की मांग
एक तरफ जहां ऐसे लोग बजट बनाने में आनाकानी करते हैं तो दूसरी और यही लोग ज्यादा से ज्यादा पैसे मांगते हैं वह अपने पार्टनर अपने दोस्तों से किसी न किसी तरीके से पैसे जुटाने की जुगत करते रहते हैं जिससे वह आसानी से अपने जुएं के शौक को पूरा करते रहें।
भावनाओं में अस्थिरता
जुएं के लती लोग भावनात्मक रूप से काफी आस्था ही होते हैं वह जीतने पर एकदम से ही खुश हो जाते हैं और हारने पर उनका मनोबल धड़ाम से नीचे गिरता है। यही नहीं ऐसे लोग जब जुए में सफल होते हैं तो अचानक महंगी और ब्रांडेड चीजें खरीदने लगते हैं। यही नहीं जुएं के बाद कई लोग कई तरह के लोन ले लेते हैं जो उन्हें मुसीबत में डाल सकते हैं।
कैसे सुधारे स्थिति
ऐसे व्यक्ति को गुस्से से कंट्रोल नहीं किया जा सकता उनसे जितना झगड़ा करके बातों को समझाने की कोशिश करेंगे वह मामला उतना और अधिक बिगड़ेगा। ऐसे में सबसे पहले जो इंसान को सुधारने के लिए करीबी लोगों से उसे शांति से समझाने की बात कहें और जब स्थिति या बिगड़ने लगे तो काउंसलिंग के लिए किसी विशेषज्ञ की मदद अवश्य लें क्योंकि आज के समय में यह एक आम लत बन चुकी है।