नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के शहंशाह कहे जाने वाले भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस वक्त खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। आलोचक उन्हें सीधा निवाने पर ले रहे हैं। कई लोग तो ये भी मानने लगे हैं कि अब धोनी को सन्यास ले लेना चाहिए और क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए। धोनी को लेकर उठने वाली बातों पर अब भारतीय टीम के खिलाड़ी और विश्व कप 2011 टीम के सदस्य गौतम गंभीर ने बड़ा बयान देते हुए धोनी के खेलने को लेकर कुछ बड़ी बातें कहीं हैं।
फिटनेस पर निर्भर करियर
महेंद्र सिंह धोनी के क्रिकेट खेलने को लेकर भारतीय ओपनिंग बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा है कि जब तक महेंद्र सिंह धोनी फिट है और अपने बल्ले से गेंदबाजों के छक्के छुड़ा रहे हैं तब तक उन्हें क्रिकेट जरूर खेलना चाहिए। आपको बता दें कि 2019 के वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच में हार के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बल्ला नहीं उठाया है।
उम्र है केवल नंबर
धोनी की उम्र लगभग 39 साल की हो चुकी है जिसके बाद उनकी फिटनेस और कैरियर पर सवाल उठने लगे हैं। इसको लेकर गंभीर ने बड़ी बात कहते हुए आलोचकों का मुंह बंद किया है। गंभीर ने उम्र को बस एक नंबर बताते हुए फिटनेस को तरजीह देने की बात कही है। उन्होंने कहा,
‘उम्र तो एक नंबर है। अगर आप अच्छे फॉर्म में हैं और गेंद को बखूबी पीट रहे हैं। एम एस धोनी अच्छे फॉर्म में हैं और अपने खेल का मजा ले रहे हैं।’
गंभीर ने कहा कि सब कुछ कुछ उनकी फॉर्म पर निर्भर है फिटनेस सही होने पर उन्हें खेलना चाहिए और सन्यास के दबाव में नहीं आना चाहिए। सन्यास को लेकर उन्होंने कहा ये एक व्यक्तिगत फैसला होता है। उन्होंने कहा,
‘वह अगर फॉर्म में हैं और फिट हैं तो उन्हें खेलना चाहिए। उनसे कोई संन्यास के लिए जबर्दस्ती नहीं कर सकता। एम एस धोनी जैसे खिलाड़ियों पर उम्र को लेकर कई विशेषज्ञ दबाव बना सकते हैं, लेकिन यह व्यक्तिगत फैसला होता है।’
लगातार खेलें धोनी
गौतम गंभीर ने धोनी के आने वाले कैरियर को देखते हुए कहा यदि वह देश के लिए खेलना चाहते हैं तो उन्हें खेलना चाहिए। वो छठे और सातवें किसी भी नंबर पर खेल सकते हैं। सन्यास को लेकर उन्होंने कहा कि यह एक व्यक्तिगत फैसला होता है। गंभीर ने कहा,
‘अगर महेंद्र सिंह धोनी लगता है कि वह अभी भी देश के लिए मैच जीत सकते हैं, खासकर छठे और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करके, तो उन्हें लगातार खेलना चाहिए।
कहीं भी हो आईपीएल
आपको बता दें कि कोरोनावायरस के कारण इस साल आईपीएल यूएई में होने वाला है। इसको लेकर गंभीर ने कहा है कि आईपीएल कहीं भी हो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि नई जगह पर होने से लोगों का मूड भी बदल सकता है और इससे लोगों में एक नई एनर्जी आ सकती है। भले ही यह यूएई में हो रहा हो लेकिन आईपीएल देश का है।